नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने बिहार कृषि रोड मैप 2017-2022 का पटना में शुभारंभ किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि देश के राष्ट्रपति के रूप में पहली बार बिहार आना उनके लिए भावुक क्षण था। उन्होंने कहा कि वे बिहार के राज्यपाल के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान राज्य के सभी वर्गों और क्षेत्रों के लोगों से मिले सम्मान तथा स्नेह को हमेशा याद रखेंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि चंपारण सत्याग्रह का शताब्दी वर्ष अप्रैल, 2017 से मनाया जा रहा है। इसलिए यह किसानों के हित में नए ‘कृषि रोड मैप’ के शुभारंभ का सही समय है। महात्मा गांधी ने सत्याग्रह के माध्यम से इस बात पर बल दिया था कि किसान भारतीय जीवन और नीति निर्माण का केंद्र हैं और यह बात आज भी प्रासंगिक है।
राष्ट्रपति ने कहा कि बिहार सरकार ने किसानों, कृषि वैज्ञानिकों और अन्य हितधारकों के साथ विचार-विमर्श कर 2008 में पहले ‘कृषि रोड मैप’ का शुभारंभ किया था। 2017 का यह ‘रोड मैप’ तीसरा है। इसमें कृषि क्षेत्र के विकास के लिए व्यापक और समन्वित योजनाएं हैं। सभी विभागों को निर्देश दिया गया है कि किसानों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए वे अपनी नीतियां बनाए। यह आधारभूत परिवर्तन है। राष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि आज जारी किए गए तीसरे कृषि रोड मैप से बिहार में कृषि क्षेत्र का प्रदर्शन और बढ़ेगा तथा कृषक समुदाय सशक्त बनेगा।