20 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभू ने यात्री अनुभव बढाने के लिए मिशन रेट्रो फिटमेंट का शुभारंभ किया

रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभू ने यात्री अनुभव बढाने के लिए मिशन रेट्रो फिटमेंट का शुभारंभ किया
देश-विदेशव्यापार

नई दिल्ली: बेहतर साज-सज्जा, सोंदर्यकरण तथा सुविधाओं वाले सवारी डिब्बों के मौजूदा बेडे को उन्नयित कर तथा संरक्षित व सुविधाजनक यात्रा प्रदान करने के दृष्टिकोण से बेहतर संरक्षा विशेषताओं का प्रावधान करके यात्री अनुभव की अभिवृद्धि हेतु रेलमंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभू ने आज रेल भवन में मिशन रेट्रो-फिटमेंट का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों में सदस्य यातायात, रेलवे बोर्ड, मोहम्मद जमशेद, सदस्य, चल स्टॉक, रेलवे बोर्ड, श्री रविन्द्र गुप्ता, कार्मिक सदस्य, रेलवे बोर्ड, श्री प्रदीप कुमार भी शामिल थे।

इस अवसर पर बोलते हुए रेलमंत्री श्री सुरेश प्रभू ने कहा कि रेट्रो फिटनेस मिशन भारतीय रेलों के सवारी डिब्बों में साज-सज्जा तथा सुविधाओं का स्तर ऊंचा करने का एक महत्वकांक्षी कार्यक्रम है। यह विश्व की विशालतम रेट्रो फिटनेस परियोजनाओं में से एक है क्योंकि भारतीय रेलों के 40,000 हजार सवारी डिब्बों को अगले पांच वर्ष में सुसज्जित तथा रेट्रो सज्जित किया जाएगा। मिशन रेट्रो फिटमेंट बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने की ओर एक प्रयास है जिसमें सवारी डिब्बों की आंतरिक सुसज्जा की जाएगी तथा संतुलित ड्राफ्ट गियर वाले सेंटर बफ़र कप्लर यात्रियों को ओर अधिक संरक्षा प्रदान करेंगे। 2020 तक भारतीय रेलें यात्रियों को नया यात्री अनुभव देंगी। यह मिशन चुनौती भरा है क्योंकि यातायात परिचालन को प्रभावित किये बिना इसे सम्पन्न किया जाना है। इस अवसर पर रेलमंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभू ने एक पुस्तिका का भी विमोचन किया जिसमें रेट्रो फिटमेंट तथा साजो-सज्जा के विशाल प्रयास के पैमाने तथा दिशानिर्देश दिये गये हैं।

रेट्रो-फिटमेंट मिशन के दिशानिर्देश 

  • नवीनीकरण : सवारी डिब्बों की आंतरिक सज्जा का उन्नयन
  • 2022-23 तक लगभग 40,000 उन्नयित आंतरिक सज्जा वाले सवारी डिब्बे शामिल करने की योजना है।
  • 6,700 सवारी डिब्बों के नवीनीकरण के लिए चल स्टाक कार्यक्रम पहले ही स्वीकृत है।
  • अनुमानित लागत : 30 लाख रुपये प्रति सवारी डिब्बा
वर्ष

 

सवारी डिब्बों की संख्या

 

2017-18 1,000
2018-19 3,000
2019-20 5,000
2020-21 5,500
2021-22 5,500
2022-23 5,000
उच्च अंतर सज्जा सहित निर्मित नये डिब्बे  (18-19 to 22-23) 15,000
योग 40,000

                          कार्यनीति 

स्वीकृत मौजूदा चल स्टाक

  • 700 सवारी डिब्बे : क्षेत्रिय रेलों/उत्पादन ईकाइयों (पश्चिम मध्य रेलवे-411, सवारी डिब्बा कारखाना (आईसीएफ)-189, मध्य रेलवे-75, रेल सवारी डिब्बा कारखाना कपूरथला-25) को आवंटित: यह सभी संविदा जारी करने तथा निष्पादन के विभिन्न चरणों में हैं।
  • 57 सवारी डिब्बे भोपाल सवारी डिब्बा पूनर्वास कार्यशाला द्वारा सुसज्जित किये गये हैं।
  • 6,000 सवारी डिब्बे:
  • आई सी एफ द्वारा संविदा : 3000
  • कोफमों द्वारा संविदा : 2000
  • पश्चिम मध्य द्वारा रेलवे: 1000
  • कुल 6,700 सवारी डिब्बे

चल स्टाक कार्यक्रम के तहत अतिरिक्त स्वीकृतियां यथा समय ले ली जांएगी।

नवीनीकरण : विशेष मुद्दे 

विश्वस्तरीय सुविधा

  • अदृश्य पेच, एल ई डी लाईटों वाले पैनल

अदृश्य पाइप लाइन, ब्रांडेट फिटिंगस, पावर विशियन ब्लाइंडस और ग्रीफ्ती रोधी कोटिंग आदि, इत्यादि वाले मोडयूलर शौचालय

बेह्तर यात्री संरक्षा

  • आग तथा धंआ खोजी प्रणाली ( नये निर्मित वातानुकूलित सवारी डिब्बे)
  • द्विकार्य प्रणाली डिब्बा द्वार ( वातानुकूलित सवारी डिब्बों में चोट आदि से सुरक्षा के लिए अधिकांश स्थानों पर गोलाईदार किनारे)

पर्यावरण का ध्यान

  • बायो शौचालय

बेह्तर सामग्री का उपयोग

  • यथा पॉलीकार्बोनेट ए बी एस, एड़वांसड, ग्लास फाइबर रि-इन्फोर्सड प्लास्टिक, जीएफआरई, स्टेनलेस स्टील आदि।

यात्री सुविधा बढोतरी

  • यात्री प्रचार तथा यात्री सूचना प्रणाली, ब्रेल संकेत, सुविधायुक्त अभिकल्प, मोबाइल/लेपटॉप चार्जिंग हेतु अधिक प्वाइंटस् इत्यादि।

संतुलित ड्राफ्ट गियर वाले सेन्टर बफ़र कप्लर (सीबीसी) की रेट्रो फिटमेंट

  • बोर्ड ने लगभग 32,000 इन्टेग्रल कोच फैक्ट्री के सवारी डिब्बों की सीबीएस तथा संतुलित ड्राफ्ट गियर के साथ रेट्रो फिटमेंट ( शून्य वर्ष की न्यूनतम अवशिष्ट अवधि वाली ) की स्वीकृति दी है।
  • 16,000 हजार सवारी डिब्बों में रेट्रो फिटमेंट के लिए चल स्टाक कार्यक्रम (आर एस पी के अन्तर्गत पिंक बुक संख्या 1254/17-18 के तहत स्वीकृति
  • अनुमानित लागत : 28 लाख रुपये प्रति डिब्बा
  • चल स्टाक कार्यक्रम के तहत अतिरिक्त स्वीकृतियां यथा समय प्राप्त कर ली जाएंगी
  • 2022-23 तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है

वर्ष

 

सवारी डिब्बों की संख्या

 

2017-18 2,000
2018-19 5,000
2019-20 5,500
2020-21 7,000
2021-22 7,000
2022-23 5,500
कुल 32,000

                             कार्यनीति

आंतरिक स्रोतो से

  • मध्य कार्यकाल पुनर्वास ( एम एल आर ) तथा आवधिक मरम्मत (पी ओ एच ) कार्यशालायें
  • पहले से ही रेट्रो फिटेड 24 सवारी डिब्बे 23-04-2017 से गाड़ी संख्या 15120-19 मंडुवाडी-रामेश्वरम एक्सप्रेस में चल रहे हैं
  • संतुलित ड्राफ्ट गियर वाले सीबीसी उपलब्ध कराये जाने के पश्चात कार्य नियमित रुप से प्रारंभ होने की संभावना है

अनुबंध (संविदा) पर

  • रेल परिसरों में कोफमों ने 2,500 सवारी डिब्बों के लिए निविदाएं आमंत्रित की हैं जिन्हे अंतिम रुप दिया जा रहा है, कार्य की संभावित शुरुआत अक्टूबर 2017
  • फर्म के परिसरों में : कोफमों ने 5,000 सवारी डिब्बों के लिए निविदाएं आमंत्रित की हैं, निविदा जुलाई 2017 में खोली जाएंगी, कार्य की संभावित शुरुआत नवम्बर 2017
  • चल स्टाक कार्यक्रम के तहत अतिरिक्त स्वीकृतियां यथा समय प्राप्त कर ली जाएंगी

सीबीसी की रेट्रो फिटमेंट – एक प्रमुख संरचनात्मक आशोधन 

कार्य श्रृंखला

  • शोचालयों तथा द्वार क्षेत्र को अलग करना
  • सिरे के दीवार खम्बों की गैस कटिंग, हेड स्टाक एसेम्बली गर्त तल
  • सीबीसी के संगत हेड स्टाक का निर्माण
  • स्टेचिऑन पिलरस् तथा सोलबार के साथ नए हेड स्टाक की टक वैल्डिंग
  • वक्रता मापन, तत्पश्चात हेड स्टाक पूर्ण वैल्डिंग
  • डीपीटी के प्रयोग द्वारा संवेदनशील झलाही युग्मकों का निरीक्षण
  • जंगरोधी इपोक्सी कोटिंग की उच्च निष्पादन पुताई
  • दोनो और 2600 मिली मीटर तथा 2700 मिली मीटर की लम्बाई वाली सोलबार का बदलाव
  • सिरे की दीवार चदरों, साइड दीवार चदरों की झलाई, टर्न अण्डर, गर्त तल
  • सफाई तथा पुताई

Related posts

11 comments

Leave a Comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More