लखनऊ: समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खां के विधायक पुत्र अब्दुल्ला आजम को हिरासत में
लिये जाने के विरोध में पार्टी कार्यकर्ताओं ने बुधवार को लखनऊ में जोरदार प्रदर्शन किया। रामपुर के मौहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में छापे के विरोध में जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से झड़प के दौरान श्री आजम को पुलिस ने हिरासत में लिया। स्वार टांडा के विधायक जौहर यूनीवर्सिटी में पुलिस कार्रवाई का विरोध कर रहे थे। पुलिस विश्वविद्यालय में मदरसा आलिया से चुरायी गई पुस्तकों की तलाश में आयी थी। विधायक के खिलाफ हुई कार्रवाई के विरोध में सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के नेतृत्व में सैकडों कार्यकताओं ने राजभवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारेबाजी की।
राजभवन में प्रवेश की कोशिश कर रहे सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर खदेड दिया। रामपुर पुलिस के सूत्रों ने बताया कि किताब चोरी के मामले में पूछताछ के लिये श्री आजम को पुलिस लाइन ले जाया गया था। पुलिस अधीक्षक अजय पाल ने कहा कि सरकारी काम में बाधा डालने के प्रयास में विधायक को हिरासत में लिया गया था। पुलिस ने मंगलवार को विश्वविद्यालय में छापा मारा था और दावा किया कि उसने चुराई गई करीब दो हजार पुस्तकों को बरामद कर लिया गया।
इस सिलसिले में पांच कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया। इससे पहले मदरसा आलिया ने करीब 8000 पुस्तकों की चोरी का मामला पुलिस में दर्ज कराया था। अल्पसंख्यक लोकतांत्रिक दल के प्रदेश अध्यक्ष अरशद वारसी ने 22 जुलाई को पुलिस में दर्ज करायी गयी शिकायत में कहा था कि उन्हे गायब पुस्तकों के बारे में संदेह व्यक्त किया गया था कि आजम खान इन किताबों को जौहर विश्वविद्यालय की मुमताज लाइब्रेरी के लिये ले गये थे। Source रॉयल बुलेटिन