बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज नहीं लौटाने को लेकर विवादों में घिरे शराब कारोबारी विजय माल्या प्रत्यर्पण केस में प्री-ट्रायल सुनवाई के लिए लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेश हुए। सुनवाई के दौरान माल्या ने भारत में अपनी जान को खतरा बताया है।
मुकदमे से पहले की सुनवाई के दौरान माल्या के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल को भारत में जान का खतरा है। अब अभियोजन पक्ष भारत सरकार द्वारा माल्या की सुरक्षा की तैयारी की रूपरेखा प्रस्तुत करने की तैयारी में जुटा है।
Vijay Mallya appeared in London's Westminster Court today. Mallya's side argued that he fears for his life in India, now prosecution is preparing a submission by the Indian government outlining the security measures that will be in place for him. pic.twitter.com/VQbuNt7Lzo
— ANI (@ANI) November 20, 2017
61 वर्षीय भारतीय व्यावसायी माल्या इस समय प्रत्यर्पण वारंट मामले में जमानत पर हैं। उन्हें इससे पहले प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई शुरू होने तक अदालत के समक्ष हाजिर होने से छूट दी गई थी। यह सुनवाई चार दिसंबर को शुरू होगी।
बैंकों का कर्ज नहीं चुकाने के मामले में विवादों में घिरने के बाद भारत से निकलकर यहां रह रहे माल्या का कहना है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया। सुनवाई के बाद माल्या ने कहा कि वह बार बार दोहराते रहे हैं कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया। उन्होंने कहा कि अब अदालत में सब स्पष्ट हो जायेगा।
भारतीय सरकार की ओर से माल्या के खिलाफ मामला लड़ रही क्राउन प्रोसेक्यूशन सर्विस (सीपीएस) के आरोन वात्किन्स ने तीन अक्तूबर को पिछली सुनवाई में मनी लांड्रिंग से जुड़े आरोपों में अतिरिक्त आरोप दाखिल किए थे।
भारत में माल्या की बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस पर विभिन्न बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बकाया है। इसको लेकर माल्या के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला है। माल्या ने दो मार्च 2016 को भारत छोड़ दिया था और तब से वह ब्रिटेन में रह रहे हैं।
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