लखनऊ: लखनऊ मेट्रो रेल ने 8.5 कि0मी0 लम्बे ट्रांसपोर्ट नगर और चारबाग काॅरिडोर के बीच 06 सितम्बर से संचालन शुरू होने के पहले चार दिनों में 01 लाख से अधिक यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित किया है।
यह जानकारी आज यहां देते हुए एल0एम0आर0सी0 के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि भारत के विभिन्न नगरों में चलने वाली मेट्रो रेलों में यह शुरुआती दौर के सर्वश्रेष्ठ आंकड़े हैं। लखनऊ के लोगों में लखनऊ मेट्रो के प्रति अत्यधिक आकर्षण है।
लखनऊ मेट्रो ने यात्रियों की सुविधा के लिए ‘स्टेट आॅफ दि आर्ट’ आॅटोमैटिक फेयर कलेक्शन (ए0एफ0सी0) सिस्टम लागू किया है, जिसके तहत ‘टोकेन’ और ‘गो स्मार्ट कार्ड’ के माध्यम से यात्री सफर कर सकते हैं। लखनऊ मेट्रो रेल के लिए यह एक अभूतपूर्व उपलब्धि है, क्योंकि देश के विभिन्न नगरों में संचालित होने वाली मेट्रो रेलों में शुरुआती दौर में यह सुविधा उपलब्ध नहीं थी। सच तो यह है कि देश में हाल ही में शुरू हुई कई मेट्रो रेलों के शुरुआती संचालन में पेपर टिकट का इस्तेमाल किया गया, क्योंकि यात्रियों से किराया वसूलने के लिए स्मार्ट कलेक्शन सिस्टम को लागू नहीं किया जा सका था।
एल0एम0आर0सी0 ने अपने संचालन के पहले ही दिन से यात्रियों की सुविधा के लिए आॅटोमैटिक टोकेन वेण्डिंग मशीन (टी0वी0एम0) तथा रिचार्ज कार्ड टर्मिनल मशीन (आर0सी0टी0एम0) स्थापित की हैं। इसके तहत यात्री ‘टोकेन’ प्राप्त करने के लिए इन टर्मिनल को स्वयं आॅपरेट करते हैं और अपनी इच्छानुसार बिना देर किए टोकेन प्राप्त कर लेते हैं।
भारत में संचालित होने वाली विभिन्न मेट्रो रेलों के शुरुआती दौर में यह सुविधा किसी में भी उपलब्ध नहीं थी। इस सुविधा को शुरू से लागू करने के कारण एल0एम0आर0सी0 अन्य मेट्रो से अलग है।
एल0एम0आर0सी0 द्वारा उपलब्ध करायी जा रही मुफ्त सुविधाओं जैसे-पेयजल, स्मार्ट कार्ड यूज़र्स के लिए वाई-फाई की सुविधा, उद्घोषणा के लिए एफ0एम0 सेवाओं के इस्तेमाल, फस्र्ट एड, जरूरतमंद यात्रियों के लिए चिकित्सा तथा इमरजेंसी सेवाओं तथा महिलाओं, वृद्धजनों तथा विकलांगजनों के लिए उपलब्ध करायी जा रही विभिन्न सुविधाओं के कारण लखनऊ मेट्रो देश के अन्य मेट्रो सिस्टम से काफी अलग है।
एल0एम0आर0सी0 के लिए यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। लखनऊ मेट्रो के तहत इस्तेमाल की जा रही रेलें देश में सबसे आधुनिक हैं। इनका संचालन कम्युनिकेशन बेस्ड टेªन कण्ट्रोल (सी0बी0टी0सी0) सिग्नल सिस्टम पर किया जाता है, जो अत्यधिक सुरक्षित है।
यह टेनें सुबह 06 बजे से रात के 10 बजे तक संचालित होती हैं। शुरुआती दौर में कुछ तकनीकी खामियां परिलक्षित हुई हैं। ऐसी खामियां लगभग सभी मेट्रो सिस्टम में शुरू में पेश आयी हैं, जिनका धीरे-धीरे निवारण किया जाता है।
एल0एम0आर0सी0 ने 06 सितम्बर को अपने पहले ही दिन 31,688 यात्रियों को सफर कराया, जो सराहनीय है। 09 सितम्बर को लखनऊ मेट्रो में 26,083 यात्रियों ने सफर किया। मेट्रो टेªनों को इनडक्ट करने से पहले यात्रियों की संख्या का ध्यान रखा जाता है। यदि यात्रियों की संख्या बढ़ती है तो आॅपरेशन टीम अधिक संख्या में मेट्रो टेªनें चलाना सुनिश्चित करती है।
रविवार 10 सितम्बर, 2017 को एल0एम0आर0सी0 बड़ी संख्या में यात्रियों के आने की उम्मीद कर रहा है। अतः इसने आज 04 मेट्रो रेलों से अपने आॅपरेशन की शुरुआत की है। आवश्यकता पड़ने पर शाम तक पांचवीं टेªन को भी सेवा में उतारा जा सकता है। मेट्रो यात्रियों की सुविधा के लिए गाड़ियों की हाई फ्रीक्वेंसी मेन्टेन की जाएगी।