नई दिल्लीः लेखक और प्रेरक वक्ता. श्री अशोक अरोड़ा ने केन्द्रीय सतर्कता आयोग द्वारा आयोजित ‘व्याख्यान श्रृंखला’ का आज यहां 26वां व्याख्यान दिया। इसका विषय ‘मेकिंग लाइफ म्युजिकल फॉर प्रोफेशनल एक्सेलेंस’ था।
अपने व्याख्यान में श्री अरोड़ा ने कहा कि आज की सभी समस्याएं मस्तिष्क और आत्मा के प्रशिक्षण के आभाव के कारण मौजूद हैं। उनके व्याख्यान की मुख्य विषय-वस्तु ईमानदारी को बढ़ावा देना और भ्रष्टाचार को बुराई के रूप में स्वीकार करने की आवश्यकता पर केन्द्रित था। उन्होंने कहा कि इन दोनों समस्याओं से सकारात्मक रूप से निपटना चाहिए। श्री अरोड़ा ने कहा कि इस समय राष्ट्रीय चरित्र के निर्माण की जरूरत है, ताकि सभी लोग यह महसूस करें कि बेहतर राष्ट्र के जरिये ही समस्याओं से निपटा जा सकता है। भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए केवल सजा का प्रावधान ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उसके लिए समझदारी को विकसित करना भी जरूरी है।
दिल्ली/राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सभी पूर्णकालिक और अंशकालिक केन्द्रीय सतर्कता अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे। इनके अलावा अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सहित सतर्कता प्रशासन के निदेशक मंडल के सदस्य और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। व्याख्यान में केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त श्री के.वी. चौधरी ने भी शिरकत की।
व्याख्यान एनआईसी के जरिये होने वाले वेबकास्ट पर भी उपलब्ध किया गया था। रिकॉर्ड किया गया वेबकास्ट आयोग की वेबसाइट www.cvc.nic.in पर देखा जा सकता है।
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