लखनऊ: उ0प्र0 के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टण्डन ने कहा है कि रोगियों की सुविधा के लिए पी.जी.आई. में 457 करोड़ रुपये की लागत से 500 शय्यायुक्त द्वितीय फेज के निर्माण के लिए यथाशीघ्र शिलान्यास किया जायेगा। इसके अलावा के.जी.एम.यू. में नयी बर्न यूनिट शीघ्र क्रियाशील होगी। साथ ही लोहिया संस्थान में कैंसर रोगियों के लिए नवीन पैटसीटी व लीनियन एक्सलेटर शीघ्र क्रियाशील किये जायं। ये निर्देश आज चिकित्सा शिक्षा व प्राविधिक शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टण्डन ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा विधानसभा सचिवालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में दिए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों को और बेहतर बनाने व मरीजों को उचित इलाज व आवश्यक सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु कटिबद्ध है। श्री टण्डन ने निर्देश दिए कि संस्थान आपस में समन्वय बनाकर कार्य करें, जिससे मरीजों को इलाज में किसी प्रकार की असुविधा न हो। पी0जी0आई0 स्थित ट्रामा-प्प् में आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित करते हुए इसी माह में अवश्य प्रारम्भ कर दिए जाए, जिससे मरीजों को इलाज की बेहतर व ससमय पर सुविधा मिल सके। एस0पी0जी0आई0 में लिवर ट्रांसप्लाट यूनिट को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
उन्होंने अधिकारियों व अन्य राज्यों में ट्रांसप्लांट पालिसी के बारे में जानकारी प्राप्त करे, जिससे इसका उपयोग कर मरीजों का बेहतर इलाज किया जा सके। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने राम मनोहर लोहिया संस्थान में छात्रों के लिए हास्टल निर्माण, स्त्री रोग विभाग में लेबर रूम निर्माण, सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक एवं प्रशासनिक ब्लाक निर्माण आदि सभी कार्यों में तेजी लाने हेतु आधिकारियों को निर्देशित किया और लोहिया संस्थान एवं चिकित्सालय के विलय प्रस्ताव की योजना पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
श्री टण्डन ने के.जी.एम.यू. में छात्रों के लिए निर्माणाधीन छात्रावास, फैकल्टी के लिए आवास, कार्डियोलाॅजी के नवीन भवन आदि के निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने के.जी.एम.यू. में संचालित 5 अमृत फार्मेसी की समीक्षा की तथा दो और नयी अमृत फार्मेसी खोलने के निर्देश दिए एवं ई-हास्पिटल सिस्टम पूर्ण रूप से लागू किए जाने के लिए निर्देशित किया।
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डा. रजनीश दुबे, एसजीपीजीआई के निदेशक डा0 राकेश कपूर, कुलपति केजीएमयू डा0 एम0एल0वी0 भट्ट तथा लोहिया संस्थान के निदेशक डा0 दीपक मालवीय, विशेष सचिव डा0 जयन्त नार्लीकर व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।