जयपुर: राजस्थान के डिपार्टमेंट फॉर सोशल जस्टिस एंड एम्पावरमेंट ने सरकारी हॉस्टलों में रहने वाले छात्रों को रोजाना राष्ट्रगान गाने के निर्देश दिए हैं। वसुंधरा राजे सरकार का तर्क है कि इससे स्कूल के स्टूडेंट्स में देशभक्ति की भावना जागेगी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने लगभग 789 हॉस्टलों को राष्ट्रगान गाने का निर्देश जारी किए है। नए निर्देश के अनुसार अब सभी हॉस्टलों में सुबह 7 बजे राष्ट्रगान गाना अनिवार्य होगा।
विभाग द्वारा जारी यह निर्देश रविवार से ही प्रभावी कर दिए गए। विभाग के प्रमुख सचिव समित शर्मा ने बताया कि राष्ट्रगान गाने की यह परंपरा हॉस्टलों की दिनचर्या में पहले से शामिल है। विभाग के अंतर्गत में करीब 800 हॉस्टल हैं, जिनमें 40 हजार स्टूडेंट्स पढ़ते हैं।
राजस्थान सरकार का कहना है कि इससे बच्चों में राष्ट्र के प्रति देशभक्ति का जज़्बा जगाने में मदद मिलेगी। आपको बता दें कि इससे पहले भी राष्ट्रगान को गाए जाने के लिए कई नियम निकाले गए थे। हाल ही में जयपुर नगर निगम ने अपने कर्मचारियों के लिए निर्देश जारी कर कहा था कि हर रोज सुबह राष्ट्रगान और शाम को राष्ट्रगीत गाया जाएगा। नगर निगम के सभी कर्मचारियों को सुबह 9.50 बजे जनगण मन और शाम को 5.55 बजे वंदे मातरम गाने को कहा गया था।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश और झारखंड के मदरसों में भी पिछले दिनों राष्ट्रगान गाना अनिवार्य कर दिया गया था। झारखंड सरकार ने भी देशभक्ति की अलग जगाने के उद्देश्य से अपने राज्य के सभी मदरसों में रोजाना राष्ट्रगान अनिवार्य कर दिया।
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