नई दिल्ली: वस्त्र मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2017 समारोह के हिस्से के रूप में 44 पुरस्कृत महिला शिल्पकारों और बुनकरों के हाथ के बने उत्पादों की विशेष प्रदर्शनी लगाई है। इसका उद्घाटन 08 मार्च, 2017 को वस्त्र सचिव श्रीमती रश्मि वर्मा ने किया। 8- 15 मार्च तक चलने वाली यह प्रदर्शनी नई दिल्ली के जनपथ स्थित हैंडलूम हाट में लगाई गई है।
इस प्रदर्शनी के माध्यम से पुरस्कृत महिला शिल्पकारों और बुनकरों को अपने उत्पाद सीधे उपभोक्ताओं को बेचने का अवसर मिला है। यह हाथ से तैयार किये गये उत्पादों की विशेष प्रदर्शनी है।
इस प्रदर्शनी में असम, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, हैदराबाद, मणिपुर, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल तथा त्रिपुरा की महिला बुनकरों के हाथ के बने उत्पाद प्रस्तुत किये गये है। हथकरघा वर्ग में बने हुए वस्त्रों में ईरी सिल्क, मूगा सिल्क, गुजरात इकैत, कच्छ शाल, पोचमपल्ली इकैत, कुल्लू शाल, वंगखीफी, टाई तथा डाई, सूती साड़ी, बनारसी साड़ी, कोटा दोराई साड़ी और जामदानी साड़ी शामिल हैं। हस्तशिल्प वर्ग में बिहार, मध्य प्रदेश, असम, ओडिशा, पश्चिम बंगाल,उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, नई दिल्ली, राजस्थान और मणिपुर की शिल्पकार भाग ले रही हैं। उत्पादों में पट्टाचित्रा, टाई एंड डाई, मोती के आभूषण, कांटे से बुना हुआ गोटा, कंठा कढ़ाई, कढ़ाई, तंजावुर ग्लास पेंटिंग, बेल मैटल, शाल के रूप में आर्टवेयर, प्राकृतिक फाइबर, चिकन एम्ब्राइडरी, स्टोन क्रेविंग, बेत और बांस से बने गहने, जनजातीय वस्त्र, चमड़ा शिल्प, मधुबनी पेंटिंग और स्क्रैच पेंटिंग शामिल हैं।
संबंधितः वस्त्र मंत्री ने विशेष रूप से महिला बुनकरों और महिला शिल्पियों के लिए कमलादेवी चट्टोपाध्यायराष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा की।