देहरादून: क्वांटम ग्लोबल कैंपस, आईआईटी रुड़की और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने आयोजित एक बैठक में साथ मिलकर “भारत में उभरती उच्चतर शिक्षा-भविष्य के कारक” पर विचार-विमर्श किया। भारत के प्रमुख मैनेजमेंट और इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट, क्वांट्म ग्लोबल कैंपस, रुड़की की ओर से आयोजित इस सेमिनार में देहरादून, सहारनपुर, रुड़की, ऋषिकेश और मुजफ्फरनगर के सीबीएसई से जुड़े स्कूलों के 75 प्रिसिंपलों ने भाग लिया।
इस अवसर पर सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी श्री रणबीर सिंह और आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर सम्मानित अतिथि डॉ. रजत अग्रवाल ने सभा को संबोधित किया और भारत में उच्चतर शिक्षा के भविष्य पर विचार-विमर्श किया। रणबीर सिंह ने कहा कि भारत में उच्च शिक्षा का भविष्य काफी उज्जवल है। वह दिन दूर नहीं है, जब भारत में हायर एजुकेशन प्राप्त करने के लिए विदेश से भारी तादाद में छात्र इंडिया आएंगे।
क्वांटम के सचिव श्री शोभित गोयल ने इस अवसर पर घोषणा करते हुए कहा कि 2018 से इस कैंपस का संचालन क्वांटम यूनिवर्सिटी के रूप में किया जाएगा। 2018 से यहां अतिरिक्त तकनीकी और प्रयोगात्मक शिक्षा का कोर्स भी शुरू किया जाएगा।
क्वांटम ग्लोबल यूनिवर्सिटी के महानिदेशक डॉ0 ए0 के0 खरे ने कहा, क्वांटम यूनिवर्सिटी का माहौल शिक्षा के बढ़ते दबाव से छात्रों को मुक्त करेगा। इस कैंपस में क्वॉलिटी लर्निंग पर फोकस रहेगा।
इस अवसर पर क्वांटम ग्लोबल कैंपस के चेयरमैन श्री अजय गोयल, प्रोफेसर रोहित कुशवाहा, डॉ. गुलशन चाहन और ललित सैनी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।