नई दिल्ली: वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने कहा कि सेवा क्षेत्र ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था को सुगम बनाएंगा। नई दिल्ली में सेवाओं पर आयोजित वैश्विक प्रदर्शनी-2017 के तीसरे सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य इस प्रदर्शनी को और मजबूत करना है। इसके पहले संस्करण में 10 सेवाओं को प्रदर्शित किया गया था, जिसे बढ़ाकर 20 सेवाओं तक पहुंचाना लक्ष्य है। श्रीमती सीतारमण ने पर्यटन और अन्य सेवाओं के प्रचार के लिए ई-वीजा के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सेवाओं के सेवाकरण के कारण विनिर्माण सेवाओं का दबदबा बढ़ेगा।
सेवाओं की वैश्विक प्रदर्शनी-2017 के तीसरे संस्करण का आयोजन सीआईआई और एसईपीसी के साथ मिलकर वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है। जीईएस में विभिन्न देशों के छह मंत्रालय भाग ले रहे है। जीईएस-2017 में 70 से अधिक देशों की 550 उत्पाद प्रस्तुत करने वाली कंपनियां भाग ले रहीं हैं। इस प्रदर्शनी में 20 हजार से अधिक आगंतुकों के आने की संभावना है। प्रदर्शनी के दौरान 30 से अधिक सेमिनारों में 5,000 से अधिक व्यापारिक बैठकें और विचार-विमर्श होंगे।
सेवाओं पर आयोजित वैश्विक प्रदर्शनी-2017 (जीईएस) का उद्घाटन लगातार दूसरे साल आज शाम को राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा किया जाएगा।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित उद्घाटन सत्र को केन्द्रीय वित्त, रक्षा और कॉरपोरेट मंत्री श्री अरूण जेटली भी संबोधित करेंगे।
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