नई दिल्लीः केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विजय गोयल ने ‘संवाद’ नामक कार्यक्रम के अंतर्गत जम्मू और कश्मीर के युवाओं के साथ बातचीत की। बातचीत के इस सत्र का उद्देश्य संस्कृति, खेल, युवा मामलों से लेकर विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर बातचीत की दिशा में पहल करना था। कार्यक्रम के दौरान छात्रों को खेल मंत्री के साथ प्रत्यक्ष रूप से अपने विचारों और योजनाओं को साझा करने का मंच मिला। श्री गोयल ने कहा कि घाटी के युवा बहु-प्रतिभाशाली हैं और उन्हें अपनी इस प्रतिभा, कौशल और ज्ञान का इस्तेमाल राष्ट्र निर्माण के लिए करना चाहिए।
छात्रों ने खेल मंत्री के साथ सामाजिक मुद्दों के साथ-साथ, खेल एवं शिक्षा संबंधी विभिन्न मुद्दों को साझा किया। श्री गोयल ने इन छात्रों को पूरा समर्थन देने का वादा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उनकी सरकार ‘सबका साथ सबका विकास’ के मंत्र में विश्वास करती है और इस दिशा में कार्य करने के लिए वचनबद्ध है।
मंत्री ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि सरकार से संबंधित विभिन्न गतिविधियों में भागीदारी करने के लिए युवाओं का स्वागत है। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय खेल सहित विभिन्न गतिविधियों में भागीदारी करने वाले युवाओं के लिए श्रेष्ठ सुविधाएं सुनिश्चित करेगा। श्री गोयल ने कहा कि घाटी के लिए 200 करोड़ रुपये का पैकेज पहले ही मंज़ूर किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में जम्मू और कश्मीर की मुख्यमंत्री के साथ बातचीत हुई है कि इस धनराशि का इस्तेमाल राज्य में बेहतर खेल सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा ताकि घाटी के ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी मुख्यधारा में शामिल हो सकें।
मंत्री ने एक गाने के माध्यम से छात्रों को प्रेरित किया। ऐसे माहौल में छात्र भी अपने गाने की प्रतिभा का प्रदर्शन करने से खुद को रोक नहीं सके। कुपवाड़ा की शाइस्ता ने कश्मीरी गाने की प्रस्तुति की, लद्दाख के स्टांज़िन ने लद्दाखी गाना गाया। इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों एवं छात्रों ने गाना दाने वाले छात्रों का तालियां बजाकर उत्साहवर्धन किया।
प्रसिद्ध हास्य कवि सुरेन्द्र शर्मा ने अपनी हास्यास्पद प्रस्तुतियों से वहां एकत्रित लोगों का मनोरंजन किया। केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के तत्तावधान में राजधानी दिल्ली स्थित नेहरू युवा केन्द्र द्वारा इस बातचीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।