भारतीय स्टार मुक्केबाज मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने शनिवार को चीन के जुल्पिकार माईमाईतियाली को करीबी मुकाबले में हराकर डब्ल्यूबीओ एशिया पेसीफिक सुपर मिडिलवेट खिताब जीत लिया। 10 राउंड तक चले करीबी मुकाबले के बाद विजेंदर ने अपना नौवां मैच जीता तो वहीं जुल्पिकार को नौ जीत के बाद पहली हार मिली।
इसी के साथ विजेंदर ने अपना डब्ल्यूबीओ एशिया पैसिफिक सुपर मीडिलवेट खिताब की रक्षा तो की है, साथ ही अपने विपक्षी का डब्ल्यूबीओ ओरिएंटल सुपर मीडिल वेट खिताब भी हासिल कर लिया।
यह दोहरा खिताबी मुकाबला था, जिसमें जीतने वाला खिलाड़ी अपने खिताब को बचाने के साथ ही दूसरे का खिताब जीतने का हकदार था।
दोनों के बीच मुकाबाला काफी करीबी था। शुरुआती दो राउंड में जुल्पिकार के तेवर अलग थे वो काफी आक्रामक खेल दिखा रहे थे। लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने शानदार बचाव किया। विजेंदर ने अपनी लंबाई का अच्छा फायदा उठाया और चीनी मुक्केबाज को कुछ अच्छे पंच जड़े।
अगले कुछ राउंड में भी बराबर का खेल देखने को मिला, हालांकि चीन के मुक्केबाज को विजेंदर के कुछ अच्छे पंचों का सामना करना पड़ा।
यहां से विजेंदर चीनी खिलाड़ी पर हावी होने लगे। बचाव में जुल्पिकार ने कुछ दफा विजेंदर के कमर के नीचे कुछ पंच मारे। ऐसा करने के दौरान नौवें राउंड में रैफरी ने मैच रोक दिया था।
आखिरी राउंड में जुल्पिकार ने वापसी की कोशिश की, लेकिन विजेंदर ने अपना आक्रामण जारी रखा और मुकाबला जीत ले गए।
विजेंदर ने की भारत-चीन शांति की अपील
ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले विजेंदर ने मुकाबले के बाद कहा, ‘‘मैं यह बेल्ट जुल्फिकार को वापस देना चाहता हूं। मैं सीमा पर शांति की उम्मीद करता हूं और शांति का संदेश सबसे महत्वपूर्ण है।’’ भारत एवं चीन के बीच पिछले कुछ सप्ताह से सिक्किम सेक्टर में सीमा पर गतिरोध की स्थिति है। विजेंदर के पेशेवर कैरियर में यह लगातार नौंवी जीत थी।
विजेंदर ने मुकाबले से पहले कहा था, ‘‘चीनी प्रोडक्ट अधिक देर नहीं चलते’’ लेकिन मुकाबला समाप्त होने के बाद अपने प्रतिद्वंद्वी से प्रभावित भारतीय मुक्केबाज ने कहा, ‘‘मुझे ऐसा लगता था कि चीनी मुक्केबाज बहुत देर तक नहीं टिक पाएंगे लेकिन जिस तरह वह खेले, उन्होंने मुझे हैरान कर दिया।’’