नई दिल्ली: वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली ने कहा है कि विकास के नीतियों और कार्यक्रमों तथा गरीब देशों के विकास में धन देने में सक्षम बनाने के लिए विश्व बैंक जैसे संस्थानों को अपने संसाधनों से समर्थनदेने की बड़ी जिम्मेदारी धनी देशों की है।
श्री जेटली कल वाशिंगटन डीसी में विकास समिति के प्रतिबंधित लंच सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस सत्र की थीम थी असमानता। वित्त मंत्री श्री जेटली ने कहा कि भारत ने बिजली सड़क, वित्त्ीय पहुंच तथा गरीबों के लिए आवास के क्षेत्रमें निवेश को काफी बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने समावेशी विकास सुनिश्चित करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं और सरकारी सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रौद्योगिकी नवाचार का उपयोग किया जा रहा है।
वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) तथा विश्व बैंक की स्प्रिंग बैठकों में भाग लेने के लिए वाशिंगटन डीसी की सरकारी यात्रा पर हैं। उनके साथ भारतीय रिजर्व बैक के गवर्नर डा. उर्जित पटेल, वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव श्री शक्तिकांत दास, मुख्य आर्थिक सलाहकार डा. अरविंद सुब्रमण्यम तथा अन्य अधिकारी गए हैं।
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