नई दिल्ली: राष्ट्रीय निवेश और बुनियादी ढांचा कोष (एनआईआईएफ) की संचालन परिषद की तीसरी बैठक आज यहां केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में हुई। बैठक में वित्त मंत्री ने एनआईआईएफ के अब तक के कामकाज और देश में बुनियादी ढांचा क्षेत्र में विदेशी स्वायत्त संपत्ति कोष से निवेश को आकर्षित करने के लिए उसके द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की।
यह जानकारी दी गई कि –
- सड़कों, बंदरगाहों, विमानन और ऊर्जा के क्षेत्रों में निवेश के अवसरों के साथ जोरदार निवेश विचाराधीन है।
- एनआईआईएफ तीसरे पक्ष द्वारा संचालित निवेशों पर विचार कर रहा है, जिसमें मुख्य रूप से स्वच्छ ऊर्जा ( हरित विकास कोष के लिए पहले से ही प्रतिबद्धता), सस्ते आवास और मध्यम आकार की बुनियादी ढांचा कंपनियों पर विशेष जोर दिया जाएगा।
संचालन परिषद ने यह इच्छा व्यक्त की कि एनआईआईएफ भारत में एक प्रमुख मंच के रूप में कार्य करे, देश में विभिन्न बुनियादी ढांचा क्षेत्रों का लाभ उठाने और उनमें विदेशी दीर्घकालिक निवेशों को आकर्षित करे।
जहां तक धन जुटाने का मुद्दा जुड़ा है यह जानकारी भी दी गई कि –
- वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग (‘अंशदाता’ के रूप में) और राष्ट्रीय निवेश और बुनियादी ढांचा कोष लिमिटेड (एनआईआईएफएल) ( ‘निवेश प्रबंधक’ के रूप में) के बीच प्रधान अंशदाता समझौते पर हस्ताक्षर किये गये। राष्ट्रीय निवेश और बुनियादी ढांचा कोष (एनआईआईएफ) को सरकार द्वारा 20 हजार करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता को औपचारिक रूप प्रदान करने के लिए इस समझौते का पालन किया गया है।
- समझौते के बाद अनेक अंतर्राष्ट्रीय संस्थागत निवेशकों के साथ धन जुटाने के प्रयासों पर प्रगति हुई है। सरकार द्वारा हस्ताक्षर किये गये सहमति पत्र की जांच की गई। एनआईआईएफ का फर्स्ट क्लोज़ जल्दी ही आने की उम्मीद है।
- एनआईआईएफ का संचालन ढांचा डीएफआईडी, लंदन की तकनीकी सहायता से विकसित किया गया है, जिसकी आगे समीक्षा की जाएगी और इसकी पुष्टि अमरीकी कोषागार के साथ सहमति पत्र के अंतर्गत स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के ग्लोबल परियोजना केन्द्र द्वारा की जाएगी।
जहां तक एनआईआईएफ की परिचालन अवस्था का प्रश्न है, में बताया गया कि –
- राष्ट्रीय निवेश और बुनियादी ढांचा कोष के सीईओ सहित 12 कर्मचारियों का एक दल मूल रूप में है। उच्च गुणवत्ता वाले कर्मचारियों की आगे भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। विशेषज्ञों को भर्ती करने और विज्ञापनों के लिए जबरदस्त अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया मिली है।
- एनआईआईएफ के स्थायी दिल्ली कार्यालय की स्थापना का कार्य पूरा हो चुका है और प्रतिष्ठान के मुंबई स्थित प्रधान कार्यालय में नवीनीकरण का कार्य चल रहा है। एनआईआईएफ के कर्मचारी पहले से ही किराये पर ली गई जगहों पर कार्य कर रहे हैं।
उपरोक्त बैठक में आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव श्री सुभाष चन्द्र गर्ग, वित्त विभाग में सचिव सुश्री अंजली चिब दुग्गल, संचालन परिषद के सदस्य टी.वी. मोहनदास पाई और श्री हेमेन्द्र कोठारीत था अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
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