नई दिल्लीः केन्द्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री आर. के. सिंह ने आज यहां भारतीय विद्युत क्षेत्र में उभरते अवसरों और अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) की चुनौतियों पर आयोजित ‘अंतर्राष्ट्रीय आरएंडडी सम्मेलन’ का उद्घाटन किया। यह दो दिवसीय सम्मेलन केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
श्री सिंह ने अपने उद्घाटन भाषण में विद्युत क्षेत्र में हो रहे अनुसंधान में समन्वय स्थापित करने के लिए सीईए में एक समर्पित आरएंडडी विभाग की जरूरत पर विशेष बल दिया। उन्होंने संबंधित विभागों से इस सम्मेलन में उभर रहे विचारों पर अमल करने के लिए प्रयास करने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि सम्मेलन के दौरान पेश किए गए उल्लेखनीय अनुसंधान प्रपत्रों को अवश्य ही पुरस्कृत किया जाना चाहिए, ताकि संबंधित प्रणाली को बेहतर करने के लिए अथक प्रयास करने वाले अनुसंधानकर्ताओं को प्रोत्साहित किया जा सके।
मंत्री महोदय ने कहा कि प्रत्येक केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (सीपीएसयू) को एक ऐसा परितंत्र सृजित करना चाहिए जो युवा अधिकारियों को नए विचार पेश करने के लिए प्रोत्साहित कर सके और इसके साथ ही उनके मन में जिज्ञासा की भावना भी उत्पन्न कर सके। मंत्री महोदय ने कहा, ‘जीवन एवं प्रणाली को बेहतर करने का एकमात्र तरीका जिज्ञासा ही है। मैं अपनी प्रणाली में इसी भावना की तलाश कर रहा हूं।’ श्री सिंह ने स्वदेश में अनुसंधान एवं विकास करने की जरूरत पर विशेष बल देते हुए कहा कि हमें उन सभी को कमतर आंकने की आदत से बाहर निकलने की आवश्यकता है, जो स्वदेश में तैयार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा भी हो सकता है कि हमारे इंजीनियरों द्वारा पेश किए गए समाधान (सोल्यूशन) बेहतर साबित हों। मंत्री महोदय ने इस सम्मेलन के आयोजन के लिए सीईए को बधाई दी और उम्मीद जताई कि इस पहल को संस्थागत रूप दिया जाएगा और इसका आयोजन हर वर्ष किया जाएगा।