देहरादून: प्रदेश के सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकाॅल राज्यमंत्री
(स्वतंत्र प्रभार) डाॅ0 धन सिंह रावत ने विधान सभा स्थित सभाकक्ष में सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक की।
कृषकों की आय दो गुना करने के लक्ष्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। यह बात सहकारिता राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डाॅ0 धनसिंह रावत ने विधान सभा स्थित सभाकक्ष में दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसाना कल्याण योजना की समीक्षा करते हुए दिया। उन्होंने कहा कि सहकारिता मेला का आयोजन करके कृषि ऋण वितरण कर लिया जाय। इसके लिए सघन योजना बना ली जाय। इस योजना को नवम्बर माह से प्रारम्भ करके 14 जनवरी 2018 से पूर्व बड़े स्तर के आयोजन के लिए निर्देश दिया गया। इस संदर्भ में आयोजन को भव्य रूप देने का निर्देश दिया गया। इस आयोजन में पूरे प्रदेश भर में लगभग 32 स्थलों पर मेले का आयोजन किया जायेगा। इन मेलों में 4 केन्द्रीय मंत्रियों का आगमन होगा। मुख्यमंत्री मेला का नेतृत्व करेंगे। इसमें स्थानीय विधायक का स्टाॅल भी लगेगा। इस अभियान में न्यूनतम 2 लाख कृषकों को 1 लाख रूपये का ऋण 2 प्रतिशत की दर से चेक का वितरण होगा। अलग-अलग क्षेत्रों में केन्द्रीय मंत्री अजय टम्टा, स्मृति ईरानी, राधा मोहन सिंह, राजनाथ सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, का आगमन प्रस्तावित है।
बैठक में मंत्री ने कहा कृषि एवं कृषि से सम्बन्धित सेक्टर हार्टिकल्चर, फ्लोरिकल्चर, पशुपालन, जड़ी-बूटी, मत्स्य, पोल्ट्री, मशरूम इत्यादि के लिए कलस्टर बनाकर कृषि उत्पादन आय को दो गुना करने पर बल दें। इस अभियान का खण्ड, जिला एवं राज्य स्तर पर बनायी गयी समितियों द्वारा निरन्तर मूल्यांकन किया जाए।
इस अवसर पर अध्यक्ष राज्य सहकारी बैंक दान सिंह रावत, निबन्धक सहकारिता बी0एम0मिश्रा, प्रबन्ध निदेशक दीपक कुमार, पूर्व उपाध्यक्ष सहकारिता परिषद हयात सिंह महरा, उपनिबन्धक सहकारिता एम0पी0 त्रिपाठी, आनन्द शुक्ला, नीरज बेलवाल, इरा उप्रेती सहित समस्त जिला सहायक निबन्धक एवं जिला सहकारी बैंकों के सचिव मौजूद थे।