लखनऊ: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रतिभा सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे विधायक व प्रदेश महामंत्री भाजपा पंकज सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों की आवाज बनकर प्रत्येक विश्वविद्यालय, महाविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद खड़ी रहती है। विद्यार्थी परिषद के होने का अर्थ है कि एक राष्ट्रवादी छात्रों का समूह की मौजुदगी है।
बुधवार को अम्बेडकर विश्वविद्यालय के सभागार में हजारों छात्रों के बीच अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रतिभा सम्मान समारोह सम्पन्न हुआ। इस समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि विधायक पंकज सिंह, पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री एबीवीपी एवं अखिल भारतीय राज्य विश्वविद्यालय प्रमुख श्रीहरि बोरिकर, क्षेत्रीय संगठनमंत्री एबीवीपी रमेश गढ़िया, विश्वविद्यालय कुलपति डा.आरसी शोबती, महानगर अध्यक्ष एबीवीपी डा.शीला मिश्रा व महानगर मंत्री सरदार गुरजीत सिंह ने दीप प्रज्जवलन कर किया।
उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि पंकज सिंह ने कहा कि छात्रों को देश और समाज के हित में आगे बढ़कर काम करने की आवश्कता है। इसके लिए विद्यार्थी परिषद एक उपयुक्त मंच है। छात्रों को अपने कैरियर के साथ साथ देश के भविष्य की चिंता करने की आवश्कता है। आज का छात्र आज का नागरिक, इसलिए उसकी भी नैतिक जिम्मेदारी है कि देश को दुनिया में प्रथम स्थान प्रापत कराने में अपनी भूमिका का निर्वहन करें।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि श्रीहरि बोरिकर ने कहा कि व्यक्ति निर्माण की प्रथम पाठशाला विद्यार्थी परिषद है। जो समय समय पर विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण, व्यक्तित्व निर्माण एवं जातिय धर्म से ऊपर उठकर सामाजिक समरसता के भाव के माध्यम से समाज एवं सत्ता और व्यवस्था में परिवर्तन लाने के लिए एक प्रेरक की भूमिका निभाती आ रही है।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद छात्रों को छात्रों के बीच में देश के महापुरूषों द्वारा किए गए कार्यो से प्रेरणा ले कर एक भाव पैदा करने का काम करता है कि हमारें देश का छात्र स्वामी विवेकानन्द, बाबा भीमराव अम्बेडकर, रानी लक्ष्मीबाई की तरह अपने जीवन को देशहित में समर्पित करें।
कार्यक्रम के अध्यक्ष अम्बेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति डा.आरसी शोबती ने कहा कि विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों के छात्रों को आज संस्कारयुक्त एवं चरित्र निर्माण युक्त, शिक्षा उपलब्ध कराने की आवश्कता है। जिससे छात्रों में त्याग, समर्पण के साथ साथ हमें उनके अंदर आत्मविश्वास जगाने की आवश्कता है। देश के छात्रों को देश के इतिहास एवं संस्कृति से हर छात्र ओतप्रोत हो। शिक्षा त्याग और समर्पण सिखाती है। भारत के छात्रों में विश्व में अपना अलग उच्च स्थान बनाया है। हमारें देश की संस्कृति विश्व में शांति की भावना पैदा करती है। इसलिए भारत की शिक्षा और संस्कृति को पूरी दुनिया में पहुंचाने की आज महती आवश्कता है।
कार्यक्रम में क्षेत्रीय संगठनमंत्री रमेश गढ़िया, क्षेत्रीय संगठनमंत्री मनोज नीखरा, प्रांत संगठन मंत्री सत्यभान भदौरिया, विभाग संगठनमंत्री अभिलास, महानगर संगठनमंत्री अंशुल श्रीवास्तव, महानगर अध्यक्ष डा.शीला मिश्रा, महानगर मंत्री सरदार गुरजीत सिंह, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सत्यम गुप्ता, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राहुल वाल्मिकी, शकुन्तला विश्वविद्यालय के प्राक्टर राजीव नैन, यशदीप कौर, मुक्ता खरे, गौरव सिंह, विनय सिंह, ऋषि, हेमंत, प्रशान्त इत्यादि मौजुद रहे।