28 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी गांवों तक बिजली पहुंचने की घोषणा की थी. पीएम मोदी ने कहा था कि नेशनल पॉवर ग्रिड से आखिरी गांव लाइसंग को जोड़कर देश के सभी गांवों में बिजली पहुंचा दी गई थी. पीएम मोदी ने सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा था कि भारत के सभी 597,464 गांवों तक बिजली पहुंचाई जा चुकी है. इससे पहले 18,452 गांव बिना बिजली के थे. 28 अप्रैल तक इन सभी गांवों में बिजली पहुंच चुकी है.
इसके बाद सोशल मीडिया से लेकर कई जगहों पर पीएम मोदी के दावे का पोल खोलने वाली खबरें आ रही थीं. लोग फेसबुक से लेकर ट्विटर तक फोटो और वीडियो डालकर पीएम मोदी के उस दावे के खिलाफ रिकॉर्ड़ेड वीडियो और फोटो डाल रहे थे. लोगों का कहना था कि देश के कई गांव आज भी अंधेरे में हैं.
लेकिन अब विश्व बैंक की रिपोर्ट ने पीएम मोदी को सहारा दिया है. विश्व बैंक ने कहा है कि भारत ने विद्युतीकरण के क्षेत्र में बहुत अच्छा काम कर रहा है और देश की 85 फीसदी आबादी तक बिजली पहुंच गयी है. विश्व बैंक की इस सप्ताह जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2010 से 2016 के बीच भारत ने प्रतिवर्ष तीन करोड़ लोगों को बिजली उपलब्ध कराई है.
विश्व बैंक के प्रमुख एनर्जी इकोनॉमिस्ट विवियन फोस्टर ने उम्मीद जताई की पूरी दुनिया के विद्युतीकरण के 2030 के लक्ष्य तक भारत शेष आबादी तक भी बिजली पहुंचाने में कामयाब रहेगा. रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि भारत विद्युतीकरण में वाकई अच्छा काम कर रहा है. उन्होंने कहा है कि हम भारत में रिपोर्ट कर रहे हैंं कि उसकी 85 फीसदी आबादी के पास बिजली पहुंच चुकी है.
फॉस्टर कहती हैं, अगर संपूर्ण दृष्टि से देखें तो, भारत दुनिया के किसी भी देश से अच्छा काम बिजली पहुंचाने के क्षेत्र में कर रहा है. हर साल तीन करोड़ लोगों तक बिजली पहुंचाना वाकई बेहतरीन काम है. ये बात उन्हें दुनिया भर के देशों से अलग खड़ा करती है. हालांकि भारत दुनिया भर में विद्युतीकरण के लिहाज से सबसे तेज देश नहीं है.
Catch News