लखनऊः मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के क्रम में गृह विभाग द्वारा वीडियो कांफ्रेन्सिग कर जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से कहा गया है कि पुलिसजन नागरिको के प्रति मित्रवत एवं सहयोगी जैसा व्यवहार करें, ताकि उन्हें सुरक्षा के साथ-साथ पुलिस के प्रति अपनापन महसूस हो। साथ ही अपराधियों और असामाजिक तत्वों के प्रति कठोर रूख प्रदर्र्शित करें ताकि उनमें कानून के प्रति भय पैदा हो। पुलिस अधिकारियों से यह भी अपेक्षा की गयी है कि वह अपने अधिकार क्षेेत्र, यथास्थिति थाना, सर्किल, जिला, रंेज तथा जोन के अपराधियों, संगठित अपराधी गिरोहों, गुण्डो, माफियाओं, खनन, वन, गौवंश एवं गैर कानूनी गतिविधियों में लिप्त तत्वों की सूची तैयार कर उनके विरूद्ध सघन अभियान चलाकर कार्यवाही करें तथा प्रतिदिन उसकी समीक्षा करें।
शासन द्वारा निर्देश दिये गये है कि थानों में आगन्तुकों के लिये पेयजल, बैठने की उचित व्यवस्था के साथ-साथ पुलिस का आचरण एवं व्यवहार जनता के प्रति सम्मानजनक हो। पुलिस विभाग के कार्यालयांे, थानों आदि मे साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये ताकि स्वच्छ वातावरण में अधिकारी एवं कर्मचारी मनोयोगपूर्वक कार्य कर सकें। दीवारों पर थूकना या कार्यालय स्थल गंदा करना, पान, गुटका, तम्बाकू, पॉलीथीन आदि का प्रयोग कार्यस्थल पर करना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया जाए।
प्रमुख सचिव, गृह श्री देबाशीष पण्डा एवं पुलिस महानिदेशक श्री एस0 जावीद अहमद द्वारा गत दिवस योजना भवन से गृह विभाग एवं पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश के सभी जिलों के वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियों कान्फें्रसिंग कर राज्य सरकार की प्राथमिकताओं की जानकारी देते हुए उन्हंे उक्त निर्देश दिये गये।
शासन द्वारा पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार मुक्त कार्यप्रणाली अपनाये जाने पर विशेष बल दिया गया है। पुलिस में अनुशासन स्थापित करने के साथ-साथ अच्छे कार्य करने वाले अनुकरणीय पुलिसकर्मियों को पुरस्कृृत व प्रोत्साहित करने एवं अवांछनीय गतिविधियों में लिप्त पाये जाने वाले पुलिसकर्मियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के लिये कहा गया है। पुलिस अधिकारी अपने-अपने कार्यक्षेत्रों मे छोटे-छोटे समूहो में प्रत्येक दिन अलग-अलग क्षेत्रों में पैदल भ्रमण (फुट पेट्रोलिंग) करें ताकि जनता में विश्वास और सुरक्षा की भावना सुदृढ़ हो सके।
वीडियो कान्फें्रसिंग में यह भी निर्देश दिये गये कि सुरक्षा एवं शांति के लिये खतरा पैदा करने वाले आसामाजिक एवं राष्ट्र विरोधी तत्वों को चिन्हित करने के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के माफियाओं के विरूद्ध कार्ययोजना बनाकर अभियान चलाते हुये कड़ी कार्यवाही की जाये।
महिलाओं की सुरक्षा एवं मानवाधिकारों का सम्मान किये जाने पर विशेष बल देते हुये इस दिशा में अपेक्षित सुधार लाने के निर्देश दिये गये है। गत दिवस कतिपय स्थानों पर हुई एसिड अटैक की घटनाओ पर शासन द्वारा चिंता व्यक्त करते हुये एसिड अटैक की घटनाओं को रोकने हेतु निरंतर सजग रहने के निर्देश दिये गये है। साथ ही प्रदेश के कतिपय स्थानों यथा संतकबीरनगर, गौतमबुद्धनगर, कैराना कस्बे व संभल मंे हुई घटना को शासन द्वारा अत्यंत गम्भीरता से लेते हुए ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को सख्ती से रोकने के निर्देश दिये गये है। अभिसूचना विभाग को भी और अधिक सतर्क एवं सजग रहकर यथासमय अपनी अभिसूचनाये अपेक्षित रूप से साझा करने के लिये कहा गया है।
शासन द्वारा नवरात्र के दौरान विभिन्न जनपदों में आयोजित होने वाले रामनवमी के मेले एवं अन्य कार्यक्रमों में पूर्ण सर्तकता के साथ पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये गये है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उत्तर प्रदेश से सटी नेपाल सीमा व अन्य राज्यों से जुड़ी सीमा पर भी कड़ी चैकसी रखने के लिए कहा गया है ताकि आसामाजिक तत्वों के प्रवेश पर निगरानी रखी जा सके।
शासन द्वारा यह भी निर्देश दिये गये है कि थानों में खड़े वाहनांे को नियमानुसार शीघ्रातिशीघ्र निस्तारित कराया जाये। वाहन चोरी की घटनाओं को भी सख्ती से रोकने के निर्देश दिये गये है। यह भी कहा गया है कि दिन-प्रतिदिन की घटनाओं की जानकारी पुलिस विभाग को होनी चाहिए तथा छोटी-छोटी घटनाओं पर तत्काल निराकरण किया जाये ताकि वह विराट रूप न ले सकें। इसके लिये पुलिस को पेट्रोलिंग एवं सक्रियता बढ़ाने के निर्देश दिये गये है।
निर्देशांे में यह भी कहा गया है कि पुलिस द्वारा लोकल इंटेलीजेंस से मिलने वाली सूचनाओं के आधार पर भी तत्परता से अपेक्षित कार्यवाही की जाये। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक@पुलिस अधीक्षक को यूपी-100 का प्रत्येक दिन अनुश्रवण करने को कहा गया है। गर्मी के मौसम में आग लगने की घटनाओं की सम्भावना को देखते हुये अग्निशमन विभाग को चुस्त-दुरूस्त किये जाने के निर्देश दिये गये है।