नई दिल्लीः भारतीय वायुसेना के वैलिएंट नामक 221 स्क्वॉड्रन में एसयू 30 एमकेआई को औपचारिक रूप से शामिल किया गया। इस अवसर पर एयर मार्शल सी हरि कुमार एवीएसएम, वीएम, वीएसएम, एडीसी, भारतीय वायु सेना की पश्चिमी कमांड के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। समारोह में मौजूद अन्य गणमान्य अतिथियों में हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री दलजीत सिंह और एचएएल के अन्य अधिकारी आदि शामिल हैं।
वर्ष 2009 तक मिग-23 एयरक्राफ्ट को उड़ाने वाले वैलिएंट में अब अत्यंत शक्तिशाली एवं दुर्जेय एसयू 30 एमकेआई को शामिल किया गया है। एसयू 30 एमकेआई किसी भी मौसम में बहुआयामी भूमिका निभाने वाला हवाई जहाज़ है। यह हवाई हमले करने के साथ-साथ भूमि पर हमले करने में भी सक्षम है।
वैलिएंट को 14 फरवरी 163 को बराकपोर में स्थापित किया गया था, इस स्क्वॉड्रन के पहले कमांडिंग ऑफिसर एन. चतरथ थे। इस स्क्वॉड्रन में वैम्पायर्स, स्पिटफायर, हरिकैन और एसयू – 7 एयरक्राफ्ट शामिल थे। स्क्वॉड्रन ने अपनी 54 वर्षों की यात्रा के दौरान अपने कई बेसिस बदले और वर्ष 1971 एवं करगिल युद्ध में अपनी अहम भूमिका निभाई। स्क्वॉड्रन के कई पायलटों को वीरता पुरस्कार से नवाज़ा जा चुका है।
एसयू 30 एमकेआई को शामिल करने के लिए आयोजित किए गए औपचारिक कार्यक्रम में वायु सेना स्टेशन के कई अधिकारी, कर्मचारी एवं उनके परिवार के सदस्य उपस्थित थे। एयर कमांडर डीवी खोट वीएम, एयर फोर्स स्टेशन के एयर ऑफिसर कमांडिंग और उनकी टीम ने एसयू 30 एमकेआई को स्क्वॉड्रन में शामिल करने के आयोजित कार्यक्रम का सफल आयोजन किया। एसयू 30 एमकेआई के स्क्वॉड्रन में शामिल होने से इस क्षेत्र में भारतीय वायु सेना की क्षमता बढ़ेगी।
एयर मार्शल सी हरि कुमार ने औपचारिक रूप से इस स्क्वॉड्रन के आधिकारिक दस्तावेज़ विंग कमांडर एचएस लूथरा, स्कवॉड्रन के कमांडिंग ऑफिसर को सौंपे। एयर मार्शल ने अपने सम्बोधन में एसयू 30 एमकेआई को स्क्वॉड्रन नियत समय में शामिल किए जाने के लिए के स्क्वॉड्रन के योद्धाओं को बधाई दी। उन्होंने एयर बेस के सभी कर्मचारियों द्वारा किए गए काबिले तारीफ प्रयासों की सराहना की। एयर मार्शल और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती देविका हरि कुमार ने कार्यक्रम समापन के अवसर स्क्वॉड्रन के कर्मियों के साथ बातचीत की।
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