नई दिल्ली: आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप पुरी ने यह जानकारी दी है कि दिसंबर, 2017 तक व्यक्तिगत/समूह सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना के लिए डीएवाई-एनयूएलएम के तहत कुल मिलाकर 2,45,348 लाभार्थियों को सहायता प्रदान की गई है। श्री पुरी ने आज यहां दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डीएवाई-एनयूएलएम) की संचालन परिषद की चौथी बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी। सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्रा और संयुक्त सचिव श्री संजय कुमार के साथ-साथ केन्द्रीय मंत्रालयों और राज्य सरकारों के प्रतिनिधि भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
बैठक के दौरान यह जानकारी दी गई कि वर्ष 2014-15 से लेकर अब तक राज्यों द्वारा धनराशि (फंड) का कुल उपयोग 2149.37 करोड़ रुपये के आंकड़े को छू गया है। मिशन के तहत अब तक एसएचजी-बैंक संबद्ध कार्यक्रम के अंतर्गत 3,48,200 से भी अधिक एसएचजी (स्वयं सहायता समूह) को ऋण वितरित किए गए हैं। वर्ष 2014-15 से लेकर अब तक कुल मिलाकर 2,54,631 एसएचजी का गठन किया गया है और 1,79,061 एसएचजी को परिक्रामी निधि (रिवॉल्विंग फंड) दी गई है। अब तक 5.7 लाख स्ट्रीट वेंडरों (रेहड़ी-पटरी लगाने वाले) को आईडी कार्ड जारी किए गए हैं।
जहां एक ओर वर्ष 2014 से लेकर वर्ष 2016 तक की अवधि के प्रथम चरण में डीएवाई-एनयूएलएम के तहत 790 शहरों एवं कस्बों को कवर किया गया, वहीं वर्ष 2016 से शुरू द्वितीय चरण में इस कवरेज का विस्तार कर 4041 शहरों एवं कस्बों को इसमें शामिल किया गया है।