नई दिल्ली: शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के 111वें जन्मदिवस के मौके पर शहीद-ए-आज़म सोसाइटी ने आईटीओ ¬¬स्थित प्यारे लाल भवन ऑडिटोरियम में युवा संकल्प दिवस के तौर पर ज़रा याद करो कुर्बानी नाम से एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम मंर 101 शहीदों की जीवनी और चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया और इसके साथ ही देश को आज़ादी दिलाने वाले शहीदों पर डाक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई। शहीद भगत सिंह के जन्मदिवस को यादगार बनाने के लिए कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया साथ भी एनविज़न इंस्टिट्यूट के छात्रों ने देश के अलग-अलग प्रांतो की उपलब्धियों, विशेषताओं और वहां की संस्कृतियों के बारे में बताया और देशभक्ति गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की शुरुआत से पहले सोसाइटी और एनविज़न इंस्टिट्यूट के सभी छात्र आईटीओ स्थित शहीद पार्क में जाकर शहीदों की स्मारक को पुष्प अर्पित किये।
कार्यक्रम में शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के भतीजे किरणजीत सिंह और अमर शहीद असफाकउल्लाह खान के पोते असफाकउल्लाह मौजूद रहे। कार्यक्रम में पश्चिमी दिल्ली के सांसद परवेश साहिब सिंह ने देश को आज़ाद कराने वाले शहीदों और क्रांतिकारियों को नमन करते हुए कहा कि हर शहीदों का नाम हमारे दिलो में हमेशा अमर रहेगा। कार्यक्रम के संयोजक जसवंत राय शर्मा के मुताबिक कार्यक्रम का उद्देश्य है कि आज के युवा आज़ादी के शहीदों के निःस्वार्थ बलिदान के बारे में जानें और प्रेरणा लें ताकि वे भी जाति, भाषा और सम्प्रदाय के संकुचित बंधनों से मुक्त होकर राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान दे सकें। शहीद-ए-आज़म सोसाइटी के अध्यक्ष प्रदीप देसवाल ने इस मौके पर शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के पिता सरदार किशन सिंह जी के देश को आज़ादी के लिए देने वाले बलिदान और संघर्षों के बारे में बताया। और इतिहास के पन्नो में दबे सभी शहीदों और क्रांतिकारियों के बारे में मौजूद सभी युवाओं को जागरूक किया।