नई दिल्ली। जंतर-मंतर पर 11 सिंतबर से प्रदर्शन कर रहे यूपी के शिक्षामित्रों की वार्ता विफल हो गई है। अब शिक्षामित्र संसद तक पैदल मार्च करने की तैयारी कर रहे हैं। शुक्रवार को भी हजारों की संख्या में शिक्षामित्रों ने जंतर मंतर पर जमा। लगातार प्रदर्शन के बाद भी सरकार की ओर से कोई ठोस आश्वासन न मिलने के बाद शिक्षामित्र जेल भरो आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। शिक्षामित्रों का एक प्रतिनिधिमंडल अब शुक्रवार को राष्ट्रपति से भेंट करेगा। समाधान न निकलने पर इच्छा मृत्यु की मांग करेंगे। हालांकि धरना खत्म हो गया है लेकिन शिक्षा मित्र आंदोलन को स्थगित नहीं करेंगे।
वहीं यूपी सरकार में मंत्री एसपी बघेल ने कहा, ”सभी लोगों को प्रदर्शन करने का अधिकार,कानून व्यवस्था भंग हुई तो सरकार एक्शन लेगी।’ इस पर शिक्षा मित्रों ने मंत्री जी पर निशाना साधते हुए कहा कि, मंत्री जी ये न भूलें कि वे हमारे वोटों से ही मंत्री बने हैं।
आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही ने बताया कि शिक्षामित्रों का एक प्रतिनिधिमंडल मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेड़कर से मिलने गया। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का अवलोकन कराऊंगा। सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे तभी कोई निर्णय ले पाऊंगा। जब राज्य सरकार प्रस्ताव भेजेगी तभी विचार करेंगे।
गौरतलब है कि शिक्षामित्रों का समायोजन 25 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट द्वारा रद्द कर दिया गया था। वहीं उन्हें टीईटी पास करने के बाद ही भर्ती में मौका देने की बात फैसले में कही गई थी। लेकिन शिक्षामित्र लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि केन्द्र सरकार कानून में संशोधन कर उन्हें समायोजित कर सकती है। वहीं वे शिक्षक बनने तक समान कार्य, समान वेतन की मांग पर अड़े हैं।