नई दिल्ली: मानव संसाधान विकास मंत्रालय और स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला ‘चिंतन शिविर’ का आज नई दिल्ली में समापन हुआ।
इस अवसर पर केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर मुख्य अतिथि थे। केन्द्रीय स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता राज्य मंत्री श्री उपेन्द्र कुशवाह और केन्द्रीय उच्चतर शिक्षा राज्य मंत्री श्री सत्यपाल सिंह भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने कार्यशाला के दोनों दिन सक्रिय रूप से भाग लिया। श्री जावड़ेकर ने कार्यशाला को बेहद सफल बताया और उन्होंने अपने समापन भाषण में कहा कि कार्यशाला में शामिल होने वालों में देश के प्रति कुछ करने का जज्बा दिखाई दिया, जो कि इस कार्यशाला की उत्कृष्ट उपलब्धि रही। उन्होंने कहा कि डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में लोग हर तरह से अपना योगदान दे रहे है। श्री जावड़ेकर ने डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में हुई उल्लेखनीय प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि शिक्षा राष्ट्रीय एजेंडा है और हमें शिक्षा क्षेत्र में बदलाव और लोगों की भागीदारी में भरोसा है। स्कूली शिक्षा पर राष्ट्रीय कार्यशाला में प्रतिभागियों को पांच समूहों में बांटा गया, जहां उन्होंने डिजिटल शिक्षा, प्रायोगिक शिक्षा, जीवन कौशल शिक्षा, शारीरिक शिक्षा और मूल्य शिक्षा जैसे विषयों पर चर्चा की। इसके बाद केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री के समक्ष प्रस्तुतियां पेश की गई और विभिन्न सुझाव रखे गए।