लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि वर्ष 2019 में धर्मनगरी प्रयागराज इलाहाबाद में आयोजित होने वाला कुम्भ मेला अत्यन्त महत्वपूर्ण है, जिसमें विभिन्न अखाड़ों, करोड़ों श्रद्धालुओं, विदेशी सैलानियों के आगमन को दृष्टिगत रखते हुए इस बार का महाकुम्भ काफी वृहद होगा। कुम्भ मेला 2019 को कुशलता पूर्वक सम्पन्न कराना उ0प्र0 सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है। कुम्भ मेला इलाहाबाद में 15 जनवरी, 2019 से प्रारम्भ होकर दिनांक 04 मार्च, 2019 तक आयोजित होगा, मेले में श्रद्धालुओं के सुगम स्नान हेतु पूरे प्रबन्ध किये जायेगें एवं मुख्य पर्वों पर तथा मुख्य महाकुम्भ तक जल की सम्पूर्ण व्यवस्था हरिद्वार से की जायेगी, इस पर पूरी योजना बना ली गई है।
श्री धर्मपाल सिंह आज हरिद्वार में सिंचाई विभाग उ0प्र0 के अधिकारी एवं टिहरी डैम बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। बैठक के बाद प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रयाग में आयोजित होने वाले कुम्भ मेला 2019 के प्रमुख स्नान पर्व दिनांक 15 जनवरी, 2019 मकर संक्रान्ति, 21 जनवरी, 2019 पोष पूर्णिमा, 04 फरवरी, 2019 मौनी अमावस्या, 10 फरवरी, 2019 बसंत पंचमी, 19 फरवरी, 2019 माघी पूर्णिमा, 04 मार्च, 2019 महाशिवरात्री को आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि गंगा जल को टिहरी डैम से इलाहाबाद संगम स्थल तक पहुंचने में लगभग 15 दिन का समय लगता है, इस पर विशेष चर्चा की गई और कार्ययोजना बनाने के उपरान्त समय से संगम पर पानी उपलब्ध कराया जायेगा।
श्री सिंह ने कहा कि मायापुर लिंक चैनल का निर्माण कर ऊपरी गंगा नहर की क्षमता 10500 क्यूसेक से बढ़ाकर 13000 क्यूसेक कर दी है। ऊपरी गंगा नहर व समान्तर ऊपरी गंगा नहर के समस्त रेगुलेटरों को पुनरोद्धार द्वारा सुदृढ़ीकरण कर नहर को निर्धारित क्षमता से चलाया जा रहा है। मायापुर स्केप चैनल में एक अद्वितीय स्टील ओम ब्रिज का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो गया है, यह ब्रिज उत्तरी भारत का एक विशेष आकर्षण का केन्द्र बनेगा। मायापुर में ओम ब्रिज के साथ साथ विशेष पर्वों पर भारी भीड़ को देखते हुए चार नये घाटों का निर्माण किया गया है। कुम्भमेला क्षेत्र नहर के सिस्टम की सुरक्षा हेतु दूधियाबन्ध पर बाढ़ निरोधक कार्यों की परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया गया है।
सिंचाई मंत्री ने बताया कि टी0एच0डी0सी0 के अधिकारियों द्वारा मेरे संज्ञान में लाया गया कि टिहरी जलाशय को आर0एल0 825 मीटर से आर0एल0 830 मीटर तक भर दिया जाये तो 195 मिलियन क्यूबिक मीटर अतिरिक्त पानी संचय होगा, जो कुम्भ मेला 2019 में अतिरिक्त जल उपलब्ध होगा, साथ ही साथ विद्युत उत्पादन बढ़ेगा जिससे उत्तराखण्ड शासन को भी लाभ होगा तथा संगम में तीर्थयात्रियों को भी भरपूर मात्रा में जल प्राप्त होगा। इसके सम्बन्ध में हम उत्तराखण्ड सरकार से वार्ता करेंगे।