नई दिल्लीः सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक रजनीकांत मिश्रा ने आज यहां 25वीं बटालियन घिटोरनी परिसर में वार्षिक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। संवाददाता सम्मेलन के दौरान वर्ष 2017 में सीमा सुरक्षाबल की उपलब्धियों का उल्लेख किया गया।
सीमा सुरक्षाबल की प्रचालनिक क्षमता बढ़ाने के लिए बल के सूचना प्रभाग के लिए 650 पद सृजित किये गये हैं जिनमें 7 पद उपमहानिदेशकों के हैं जिससे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा प्रबंधन का कार्य और सुदृढ़ होगा।
सीमा सुरक्षाबल के प्रचालनिक क्षमताओं को आधुनिक बनाने तथा उन्नयित करने के निरंतर प्रयास में बहुआयामी प्रौद्योगिकीय उन्नत बल यथा यूएवी, विस्फोटक तथा नारकोटिक डिटेक्टर्स तथा लेजर बाड़ प्रणाली शुरू की गयी है। गृहमंत्रालय से 9917 अजाल्ट राइफल्स, 22 स्वचालित ग्रनेड लॉचर्स, 324 यूबीजीएल तथा 14 एमजीएल का प्राधिकार मिला था ये मार्च 2018 तक खरीदे जाएंगी। इसके अलावा 7 खान सुरक्षा वाहन, 15 हल्के शस्त्र वाहक वाहन तथा 12 बुलेट प्रुफ वाहन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सशस्त्र सीमाबल के कार्रवाई को सुरक्षित बनायेंगे।
18 राहत और बचाव टीमें सभी सेक्टर मुख्यालय में लगायी गयी हैं। जिनको बेहतर प्रशिक्षण और उपकरणों से सुसज्जित किया गया है ताकि आपदा के दौरान बल की क्षमता में वृद्धि हो।
वामपंथ अतिवाद से प्रभावित क्षेत्रों, पूर्वोत्तर राज्य तथा जम्मू-कश्मीर में बल की मुख्य चुनौतियों से निपटने के लिए बीडीडीएस स्कवेड की संख्या 3 से बढ़ाकर 6 कर दी गयी है।
4 बटालियनें और खड़ी की जा रही हैं जो 31 दिसंबर 2017 तक अपना काम शुरू कर देंगी और इनकी संख्या बढ़कर 73 हो जाएगी।