देहरादून: प्रदेश के शहरी विकास, आवास, राजीव गाँधी शहरी आवास, जनगणना, पुनर्गठन एवं निर्वाचन मंत्री मदन कौशिक ने विधानसभा स्थित सभागार में शहरी विकास से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा सम्बन्धित अधिकारियों के साथ की।
श्री कौशिक ने ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन योजना की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए नगर निगमों, नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों के लिए अलग-अलग योजना बनायी जाय। उन्होंने निर्देश दिये कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए स्वयं सहायता समूह अथवा नगर निकायो के कर्मचारियों के सहयोग से ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन की ऐसी योजना बनायी जाय जिसमें डोर टू डोर उठाये जाने वाले अपशिष्ठ के लिए कलेक्शन सेन्टर बनाये जाय तथा कलेक्शन सेन्टरों पर जैविक और अजैविक अपशिष्ठ पदार्थो की छटनी की जाय। उन्होंने कहा कि जैविक पदार्थो का उपयोग खाद बनाने व अजैविक पदार्थो को बेचने की कार्य योजना बनायी जाय। उन्होंने निर्देश दिये कि डोर टू डोर ठोस अपशिष्ठ कलेक्शन शतप्रतिशत सुनिश्चित कराया जाय। उन्होंने निर्देश दिये कि हरहाल में दिसम्बर माह तक खाद बनाने वाली मशीनों का क्रय कर लिया जाय। उन्होंने कहा कि ऐसे शहरों में कलेक्शन सेंटर व खाद बनाने के कार्याे को प्राथमिकता दी जाय जहां ठोस अपशिष्ठ की डम्पिंग हेतु भूमि का अभाव है। उन्होंने निर्देश दिये कि ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन हेतु आवश्यकतानुसार विशेषज्ञों की नियुक्ति की जाय और छत्तीसगढ़ में सफल इस योजना का व्यापक अध्ययन करने के बाद योजना प्रस्तुत की जायं। उन्होंने हिदायत दी की गंगा नदी के किनारे स्थापित शहरों में ठोस अपशिष्ठ पदार्थो के प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि डोर टू डोर कूडा उठाये जाने से सम्बन्धित कार्याे का समय-समय पर उच्च अधिकारियों द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया जाय। उन्होने कहा कि रूडकी शहर के ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन हेतु शहरी विकास की योजनाओं के अन्तर्गत ही अपशिष्ठ के प्रबंधन की व्यवस्था की जाय।
श्री कौशिक ने शौचालय निर्माण कार्याे की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि व्यक्तिगत घरेलू शौचालय निर्माण के क्षेत्र में सभी नगर निकाय मार्च, 2018 तक ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) हो जाने चाहिए। उन्हांेने कहा कि सामुदायिक/सार्वजनिक शौचालय के निर्माण कार्य भी तेजी से किये जाय।
श्री कौशिक ने सेल्टर फोर अर्बन होमलेस योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि रैन बसेरो के निर्माण चार धामों के लिए पहुंचने वाले मार्गो पर स्थित शहरों जैसे ऋषिकेश, श्रीनगर, देवप्रयाग आदि शहरों में प्राथमिकता के आधार पर किये जाय। उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर लगभग चार से पांच हजार यात्रियों के रूकने की व्यवस्था के अनुसार रैन बसेरो का निर्माण किया जाय। इन रैन बसरों में वृद्ध एवं विकलांगों को मुफ्त सुविधा प्रदान की जाय।
श्री कौशिक ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वास्तविक पात्र लोगो को योजना के लाभ से आच्छादित करने की प्रक्रिया को गति दी जाय।