नई दिल्ली: सड़क परिवहन और राजमार्ग, शिपिंग तथा जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री श्री नितिन गडकरी 3 अक्तूबर, 2017 को आंध्र प्रदेश में 1928.46 करोड़ रुपये लागत की राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्धाटन और 2539.08 करोड़ रुपये लागत की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इसके अतिरिक्त वे कृष्णा नदी के मुक्त्याला से विजयवाड़ा खंड (राष्ट्रीय जलमार्ग-4) को विकसित करने की परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे। श्री गडकरी 3 अक्तूबर, 2017 को विजयवाड़ा का दौरा करेंगे।
श्री गडकरी लगभग 415 किलोमीटर के राष्ट्रीय राजमार्ग का उद्घाटन और अन्य 250 किलोमीटर राजमार्ग का शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में राष्ट्रीय राजमार्ग-43 (नया राष्ट्रीय राजमार्ग-26) पर विजयनगरम कस्बे तक 4 लेन के बाईपास सड़क के निर्माण के अलावा मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्गों में सुधार और उनका उन्नयन करना शामिल है।
14 अप्रैल, 2016 को आंध्र प्रदेश सरकार के साथ किये गये समझौता ज्ञापन (एमओयू) के अनुरूप आंध्र प्रदेश में राष्ट्रीय जलमार्ग-4 (एनडब्ल्यू-4) को निम्नलिखित तीन चरणों में विकसित करने का प्रस्ताव है।
- पहला चरण :- मुक्त्याला से विजयवाड़ा (कृष्णा नदी) (82 किलोमीटर)
- दूसरा चरण :- विजयवाड़ा से काकीनाड़ा (एलुरू नहर और काकीनाड़ा नहर) और गोदावरी के राजामुंद्री से पोलावरम खंड (233 किलोमीटर)
- तीसरा चरण :- कोम्मामुर नहर, बकिंघम नहर और कृष्णा तथा गोदावरी नदी का शेष खंड (573 किलोमीटर)
श्री गडकरी 3 अक्तूबर, 2017 को पहले चरण का शिलान्यास करेंगे। इस चरण यानी मुक्त्याला से विजयवाड़ा तक 82 किलोमीटर का खंड विकसित करने का कार्य पहले से ही शुरू हो चुका है। इस वर्ष मई में उथले क्षेत्रों से गाद निकालने का काम शुरू हो चुका है और इसके जून, 2019 तक पूरा होने की उम्मीद है। इस वर्ष अगस्त में अस्थायी टर्मिनल सुविधाओं के लिए कार्य सौंप दिया गया है, जिसके जून, 2018 तक पूरा होने की आशा है। स्थायी टर्मिनल सुविधा के लिए मार्च, 2018 में कार्य सौंपे जाने की उम्मीद है और यह कार्य जून, 2019 तक पूरा हो जाएगा। 2018 में रात्रि दिशा सूचक सहायता सुविधा भी शुरू हो जाएगी।
इस परियोजना से इस क्षेत्र की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने की माल व्यवस्था का सक्षम समाधान उपलब्ध होगा और राजधानी अमरावती के शुरूआती विकास के चरण में सुविधा होगी, क्योंकि महत्वपूर्ण निर्माण सामग्री का परिवहन एनडब्ल्यू-4 के इसी खंड से किये जाने की संभावना है।
पीआईबी/कैबिनेट के आईडब्ल्यूएआई बोर्ड द्वारा दूसरे चरण के प्रस्ताव की सिफारिश की गई है। मंत्रिमंडल की सहमति के लिए परियोजना के कार्यान्वयन के वास्ते स्पेशल परपज विहिकल (एसपीवी) के गठन के प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है। नवम्बर, 2017 तक एसपीवी के गठन की उम्मीद है।
नवम्बर, 2018 में कुल 1,078 किलोमीटर की लंबाई के राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-4 की घोषणा की गई थी। राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम-2016 के अंतर्गत इसकी लंबाई 2890 किलोमीटर तक बढ़ायी गई थी। इसमें निम्नलिखित खंड शामिल किये गये है :-
- गोदावरी नदी (भद्राचलम को राजामुंद्री) – 171 किलोमीटर
- कृष्णा नदी (वजीराबाद से विजयवाड़ा) – 157 किलोमीटर
- काकीनाडा नहर (काकीनाडा से राजामुंद्री) – 50 किलोमीटर
- एलुरु नहर (राजामुंद्री से विजयवाड़ा) – 139 किलोमीटर
- कोम्मामुर नहर (विजयवाड़ा से पेडागंजम) – 113 किलोमीटर
- उत्तर बकिंघम नहर (पेडागंजम से चेन्नई) – 316 किलोमीटर
- दक्षिण बकिंघम नहर (चेन्नई से मर्केंनाम) – 110 किलोमीटर
- कलुवेली टैंक (मार्कानाम से पुद्दुचेरी) = 22 किलोमीटर
विस्तारित खंड
- वाजिराबाद से गलागली (628 किलोमीटर) तक कृष्णा नदी
- भद्राचलम से नासिक (1184 किलोमीटर) तक गोदावरी नदी