लखनऊ: पूर्व प्रधानमंत्री श्री चंद्रशेखर की 91वीं जयंती आज सभी जनपदों के समाजवादी पार्टी कार्यालयों में मनाई गई। श्री चंद्रशेखर के चित्र पर माल्यार्पण के बाद उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा की गई।
राजधानी लखनऊ में पार्टी मुख्यालय, 19 विक्रमादित्य मार्ग पर डाॅ0 लोहिया सभागार में श्री चंद्रशेखर की जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। श्री चंद्रशेखर के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात् उपस्थित कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने कहा कि चूंकि श्री चंद्रशेखर बलिया के एक गांव से प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे। हमेशा उन्होंने गांवो और किसानों के साथ गरीबों के लिए संघर्ष किया। राष्ट्रहित उनकी प्राथमिकता में था। उन्होंने देश भर का भ्रमण किया और समस्याओं के समाधान में रूचि ली।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी संतुलित विकास और विशेष अवसर के सिद्धांत के पक्षधर रहे हैं। गैर बराबरी के विरूद्ध संघर्ष हमारी प्रतिबद्धता है। उन्होंने कहा समाजवादी आंदोलन दीर्घकाल तक चलने वाला अभियान है। समाजवादी पार्टी जय प्रकाश, डाॅ0 लोहिया और चंद्रशेखर के रास्ते पर चलने वाली पार्टी है। अब कुछ नकली देश भक्त हमें समझाने की कोशिश कर रहे हैं।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा की जनकल्याण में कोई रूचि नहीं है। इस सरकार ने तो 55 लाख गरीब महिलाआंे की पेंशन ही बंद कर दी। भाजपा में गरीबों के प्रति संवेदनशीलता नहीं है। भाजपा की सरकार समाजवादी सरकार के कार्याें से चिढ़ी हुई है। महिलाओं को सम्मान मिलना मानवीय मूल्य है।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के झूठे प्रचार का मुकाबला करना एक बड़ी चुनौती है। समाजवादी सरकार की योजनाओं के बारे में भ्रम फैलाया जा रहा है। समाजवादी सरकार ने जो भी विकास कार्य किए वह सबके हित के है। भाजपा सरकार कुछ नया करके तो दिखाएं। अगर भाजपा समाजवादी सरकार के कार्यों को ही आगे बढ़ा दे तो राज्य को उत्तम प्रदेश बनाने का सपना पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता सांप्रदायिकता का डटकर मुकाबला करेंगे। श्री चंद्रशेखर जी की समाजवाद के प्रति अटूट निष्ठा थी। उनका स्मरण करते हुए हमें समाजवादी पार्टी को मजबूत बनाने के लिए संकल्प लेना होगा।
इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकारें केन्द्र में और उत्तर प्रदेश में जनता को गुमराह करके सत्ता में आई है। इनके पास अपनी कोई योजना नही है। वे बस बहकावे की राजनीति कर रहे हैं। अखिलेश जी लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए संघर्ष कर रहे है। कुछ ताकतें लोकतंत्र को कमजोर करना चाहती हैं। ऐसे में अब श्री अखिलेश यादव से उम्मीदें है।
जयंती समारोह में सर्वश्री अहमद हसन, कुंवर रेवती रमण सिंह, राजेंद्र चौधरी, एसआरएस यादव, राममूर्ति वर्मा, उदयवीर सिंह, नितिन अग्रवाल, जयशंकर पाण्डेय, अरविन्द्र कुमार सिंह, रामगोपाल पुरी, फिदा हुसेन अंसारी, तूफानी सरोज, आशा किशोर, मुकेश शुक्ला, आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही है।