नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने आज मंडी में देश के सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) में न्यूमोकोकल कंजुगेट टीका (पीसीवी) लॉंच करने की घोषणा के अवसर पर कहा कि ‘टीका से बचाव वाली बीमारियों से देश में किसी भी बच्चे की मृत्यु नहीं होनी चाहिए‘ यही हमारी सरकार का लक्ष्य एवं प्रतिबद्धता है। उन्होंने कहा कि हम शिशु मृत्यु दर को कम करने एवं अपने शिशुओं को स्वस्थ भविष्य उपलब्ध कराने के प्रति वचनबद्ध हैं। भारत के टीकाकरण कार्यक्रम में इसे एक ऐतिहासिक क्षण तथा एक उदाहरण देने योग्य कदम बताते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार बच्चों में मृत्यु दर एवं रुग्णता दर को कम करने के प्रति प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि रुटीन टीकाकरण को मजबूत बनाना भारत के बच्चों में एक अनिवार्य निवेश है तथा यह देश का स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित करेगा।
पीसीवी बच्चों को निमोनिया एवं मेनिनजाइटिस जैसी न्यूमोकोकल बीमारियों के प्रचंड रूपों से सुरक्षा प्रदान करती है। वर्तमान में यह टीका पहले चरण में हिमाचल प्रदेश एवं बिहार एवं उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों के लगभग 21 लाख बच्चों को दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की टीका से बचाव वाली बीमारियों से बच्चों की जान बचाने की प्रतिबद्धता को दुहराते हुए श्री नड्डा ने कहा कि सरकार ने कुल टीकाकरण की दिशा में उल्लेखनीय कदम उठाए हैं। मिशन इंद्रधनुष के तहत अभी तक 2.6 करोड़ से अधिक लाभार्थियों का टीकाकरण कराया जा चुका है।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि ये सभी टीके निजी क्षेत्र में न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में कई वर्षों से उपलब्ध थे। श्री नड्डा ने कहा कि ‘निजी क्षेत्र में ये टीके केवल समृद्ध वर्ग के लिए ही सुलभ थे, यूआईपी के तहत उन्हें उपलब्ध कराने के जरिये सरकार निर्धन एवं वंचित वर्गों के लिए भी समान रूप से उनकी उपलब्धता सुनिश्चित कर रही है।’