रूद्रप्रयाग: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जखोली ब्लाॅक के कुण्ड उरोली लस्या में आयोजित पांच दिवसीय श्री नरसिंग देवता महायज्ञ का शुभारंभ किया। इस अवसर मुख्यमंत्री की पहल पर श्री नरसिंग देवता मंदिर में वर्षो से चली आ रही बलि प्रथा को भी समाप्त किया गया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि यह ऐतिहासिक क्षण की है कि ग्रामीणों ने बलि प्रथा को समाप्त किया और इसके लिए उन्हें आमंत्रित किया।
पहली बार जखोली ब्लाक के सुदरवर्तीगांव कुण्ड उरोली गांव पहुंचे मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र का स्थानीय जनता और जनप्रतिनिधियों ने गर्मजोशी से जोरदार स्वागत किया। मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री श्री प्रकाश पंत्र भी कार्यक्रम में पहुंचे। मुख्यमंत्री ने श्री नरसिंग देवता मंदिर में पूजा-अर्चना की और नारियल चढ़ाकर बलि प्रथा का समापन किया।
इस अवसर पर आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि जन समस्याओं के निस्तारण के लिए राज्य सरकार पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है। कहा कि सोशल मीडिया आज के दौर में समस्याओं के आदान-प्रदान का सबसे बडा साधन है। जनता अपनी किसी भी शिकायत को सोशल मीडिया के जरिए सरकार तक पहुंचा सकती है। जिनका तत्काल निस्तारण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चिकित्सा के क्षेत्र में प्रभावी पहल की जा रही है। आने वाले दो माह के भीतर हर चिकित्सालय में डाक्टरों की तैनात की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार व्यापक बदलाव लाने का प्रयास कर रही है। आने वाले समय में एक हजार विद्यालयों को स्मार्ट स्कूल में तब्दील किया जायेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार जनभावनाओं के अनुरूप विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने स्थानीय जनता की मांग पर श्री नरसिंग देवता मंदिर के लिए सोलर लाइट की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने क्षेत्रीय जनता की सोलह सूत्री मांगों के निस्तारण हेतु क्षेत्रीय विधायक को सीएम कार्यालय में वार्ता करने के लिए कहा। इस मौके पर वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि जनपद रूद्रप्रयाग के विकास में कहीं भी वित्त की कमी आडे नहीं आने दी जाएगी।
इस अवसर पर विधायक श्री भरत सिंह चैधरी, प्रसिद्व कथावाचक आचार्य शिवप्रसाद मंमगाई, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री विजय कप्रवाण, जिलाधिकारी श्री मंगेश घिल्डियाल, पुलिस अधीक्षक श्री प्रहलाद नारायण मीणा सहित जनप्रतिनिधि व स्थानीय जनता उपस्थित थी।