नई दिल्ली: सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज नई दिल्ली में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय भारतीय एकीकृत परिवहन एवं लॉजिस्टिक्स शिखर सम्मेलन (आईआईटीएलएस) का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ‘अंत्योदय’ अथवा समाज के सबसे कमजोर तबकों का कल्याण इस सरकार का प्रमुख लक्ष्य है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए यह जरूरी है कि देश में आर्थिक विकास की रफ्तार बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर लगभग 7.5 प्रतिशत है जिसे बढ़ाकर दो अंकों में ले जाने की जरूरत है। श्री गडकरी ने कहा कि भारत में तेज विकास की राह में ऊंची लॉजिस्टिक्स लागत एक बड़ी बाधा है। यदि देश की अर्थव्यवस्था को प्रगति करनी है और हम यह चाहते हैं कि देश में निरंतर एवं संतुलित विकास हो, तो हमें निश्चित तौर पर लॉजिस्टिक्स लागत को घटाकर इसे वैश्विक दरों के बराबर करना होगा।
मंत्री महोदय ने यह भी कहा कि हमारे देश में लॉजिस्टिक लागत इसलिए ज्यादा है क्योंकि परिवहन के विभिन्न साधनों का विकास गैर-एकीकृत ढंग से हो रहा है। उन्होंने कहा कि एकीकृत, मल्टी मोडल परिवहन व्यवस्था से परिवहन का एक समुचित संयोजन सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी जो दक्ष, तेज, सुरक्षित, आयात का विकल्प, किफायती एवं प्रदूषण मुक्त होगा।
भारतीय एकीकृत परिवहन एवं लॉजिस्टिक्स शिखर सम्मेलन (आईआईटीएलएस) के आयोजन का उद्देश्य विभिन्न हितधारकों के बीच रचनात्मक संवाद सुनिश्चित करना है ताकि देश में मल्टी मोडल बुनियादी ढांचे का विकास हो सके। पहली बार सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, शिपिंग, नागरिक विमानन, रेलवे, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, कौशल विकास, वाणिज्य, शहरी विकास, वित्त मंत्रालय, विभिन्न राज्य सरकारें, औद्योगिक और बुनियादी ढांचागत विशेषज्ञ भारत में लॉजिस्टिक्स एवं परिवहन परिदृश्य में बदलाव लाने के उद्देश्य से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए एकजुट हुए हैं।
नागरिक विमानन मंत्री श्री पी अशोक गजपति राजू ने कहा कि भारत में पिछले दो -तीन वर्षों के दौरान हवाई यातायात एवं बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री रामविलास पासवान ने अपने संबोधन में कहा कि कृषि उपज की खरीद, भंडारण एवं वितरण के लिए समुचित लॉजिस्टिक प्रणाली की आवश्यकता है ताकि अनाज एवं खराब होने वाली अन्य वस्तुओं को बर्बाद होने से बचाया जा सके एवं उसे बाजार में समय पर पहुंचाया जा सके।
रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने एकीकृत परिवहन एवं लॉजिस्टिक प्रणाली के विकास के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सभी परिवहन प्रणालियों को एकीकृत करने की आवश्यकता है।
कौशल विकास मंत्री श्री राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि बुनियादी ढांचे एवं लॉजिस्टिक के विकास के लिए श्रम बल के कौशल को भी बढ़ाने की जरूरत है।