नई दिल्ली: केन्द्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज यहां पुलिस अनुसंधान व विकास ब्यूरो के नए मुख्यालय भवन का उद्घाटन किया।
उद्घाटन के अवसर पर श्री राजनाथ सिंह ने बीपीआर एंड डी एवं एनबीसीसी की सराहना की। उन्होंने कहा कि दोनों के सम्मिलित प्रयासों से इस परियोजना को समय से पूरा करने में सफलता मिली है। उन्होंने ब्यूरो के नए मुख्यालय भवन के माहौल और सकारात्मक वातावरण की प्रशंसा की और कहा कि इससे यहां काम करने वालों को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने स्वीकार किया कि डेपुटेशन पर कार्य कर रहे कुछ रैंकों के वेतन ढांचे में अनियमितता है, इसे ठीक किए जाने की आवश्यकता है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने इस बात पर सहमति व्यक्त की की बीपीआर एडं डी के अनुरोध पर गृह मंत्रालय विचार कर रहा है। बीपीआर एंड डी ने अन्य प्रशिक्षण संस्थानों की तरह 30 प्रतिशत भत्तों की मांग की ताकि और अधिकारी इस संगठन को स्वेच्छा से अपना सकें। केन्द्रीय गृहमंत्री ने सर्वश्रेष्ठ पुलिस प्रशिक्षक के लिए उत्तर प्रदेश के डीजीपी श्री सुलखान सिंह को सर्वश्रेष्ठ पुलिस प्रशिक्षक के लिए केन्द्रीय गृहमंत्री पदक से सम्मानित किया। उन्होंने बीपीआर एंड डी के अधिकारियों एनपीएम के इंस्पेक्टर जनरल डॉ. निर्मल कुमार आजाद, पीएसओ(डब्ल्यू) के श्री संजय शर्मा, आरएंडसीए के सहायक निदेशक डॉ. एस कार्तिकेयन, सीडीटीएस जयपुर के उप पुलिस अधीक्षक रनवीर सिंह गहलौत, सीडीटीएस हैदराबाद के सहायक श्री सुधाकर देशमुख को पुलिस पदक से सम्मानित किया।
बीपीआर एंड डी के महानिदेशक डॉ. मीरन सी. बोरवांकर ने भारतीय पुलिस के आधुनिकीकरण और अनुसंधान कार्यों के लिए बीपीआर एंड डी की उपलब्धियों की जानकारी दी। प्रशासन के निदेशक श्री वी एच देशमुख ने बीपीआर एंड डी की विभिन्न पहलों के बारे में बताया। उन्होंने यह भी बताया कि गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने ई-उस्ताद प्रशिक्षण ई-पोर्टल का उद्घाटन किया था। पुलिस संगठन के 1/1/17 तक के आंकड़ों पर एक खंड भी जारी किया है।
एनबीसीसी के महाप्रबंधक डॉ. ए के मित्तल ने नवनिर्मित भवन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस पर लगभग सौ करोड़ रुपए की लागत आई है। इस भवन में अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई गई है। इसके आर्ट ऑडिटोरियम में ढाई सौ लोगों के बैठने की व्यवस्था है। यहां नौ छोटे और बड़े सम्मेलन कक्ष और हॉल बनाए गए हैं। भवन में साढे तीन लाख पुस्तकों से सज्जित आधुनिक पुस्तकालय का निर्माण किया गया है। हॉस्टल सुविधा मुहैया कराई गई है जिसमें बड़ा रसोईघर और 52 दो सीटों वाले कमरों की व्यवस्था की गई है। बीपीआर एंड मुख्यालय पूरी तरह से वातानुकूलित है और हरित भवन के प्रतिमानों के अनुसार बनाया गया है। यहां पर वर्षा के पानी के संग्रहण की प्रणाली लगाई गई है। इस परिसर में पर्याप्त हरियाली है। बीपीआर एंड डी में एनसीआरबी ब्लॉक सहित पांच सौ कर्मचारियों से भी अधिक लोग हैं। इनके लिए आधुनिक वर्क स्टेशन बनाए गए हैं।
इस अवसर पर पुद्दुचेरी की उपराज्यपाल डॉ. किरण बेदी, गुप्तचर ब्यूरो के निदेशक श्री राजीव जैन, सीपीओ/सीएपीएफ के प्रमुख एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।