नई दिल्लीः केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, श्री राधा मोहन सिंह ने कहा है कि सहकारी विकास निगम –एनसीडीसी ने चालू वित्तीय वर्ष 2017-18 में न केवल निरंतर उत्कृष्ट काम किया है बल्कि वित्तीय वर्ष के प्रथम 6 महीने में ही वार्षिक लक्ष्य से आगे निकल कर एक रिकॉर्ड कायम किया है ।
श्री राधा मोहन सिंह ने बताया कि एनसीडीसी ने वित्तीय वर्ष 2016-17 में 25270 करोड़ रूपये की वित्तीय स्वीकृतियां कीं तथा 15915 करोड़ रूपये का सर्वाधिक संवितरण दर्ज किया। श्री सिंह ने आगे कहा कि पिछले 3 वर्षों में सहकारिताओं को अपनी वित्तीय सहायता विमुक्त करने में भी 254% की महत्वपूर्ण प्रगति दर दर्ज की । केन्द्रीय कृषि मंत्री ने यह बात आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) की दिनांक 21 नवम्बर, 2017 को हुई सामान्य परिषद की 82वीं बैठक में कही।
श्री सिंह ने बताया कि निगम का निवल एनपीए निरंतर रूप में शून्य रहा है और ऋण वसूली की दर 99.66% से अधिक है । निगम ने चालू वित्तीय वर्ष 2017-18 में न केवल निरंतर रूप में उत्कृष्ट काम किया है ,बल्कि वित्तीय वर्ष के प्रथम 6 माह में ही वार्षिक लक्ष्य से आगे निकल कर एक रिकॉर्ड कायम किया है । इस मौके पर केन्द्रीय कृषि मंत्री ने एनसीडीसी के काम की प्रशंसा की और आशा व्यक्त की कि एनसीडीसी आने वाले वर्षों में और अधिक ऊंचाइयों को छूकर उच्च्तर मानदंड स्थापित करेगा ।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने किसानों के लिए लाभकारी आय सुनिश्चित करने में सहकारिताओं की भूमिका पर बल दिया और वर्ष 2022 तक किसानों की आय दुगुना करने के सरकार के संकल्प के अनुरूप किसानों के लिए बेहतर आय सुनिश्चित करने के लिए प्रत्यक्ष आपूर्ति श्रृंखला तथा विकसित फसलोत्तर ढांचा सुविधाएं सृजित करने के लिए निवेश संघटित करने का आहवान किया। इस संबंध में श्री सिंह ने कहा कि एनसीडीसी किसानों और ग्रामीण जनता के व्यापक हित में सहकारिताओं के विकास को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा ।
एनसीडीसी की सामान्य परिषद ने निगम की वर्ष 2016-17 की वार्षिक रिपोर्ट तथा वार्षिक लेखों का अनुमोदन किया । सहकारी आंदोलन की प्रगति को तेज करने के लिए सहयोग की अपेक्षा करते हुए श्री सिंह ने कहा कि एनसीडीसी कृषि तथा संबद्ध क्षेत्रों में सहकारिताओं के विकास के लिए अपनी सहायता को और अधिक आकर्षक एवं संभव बनाने के प्रयास करता रहेगा ।
केन्द्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि एनसीडीसी के अधीन गुरुग्राम में अवस्थित प्रशिक्षण संस्थान को लक्ष्मण राव इनामदार अकादमी फार कोओपेट्रिव स्टडीज एंड हुमेन रिसोर्स मैनेजमेंट नाम से राष्ट्रीय स्तर का संस्थान बनाने का निर्णय लिया गया है।