नई दिल्ली: केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने आज गंगटोक में सिक्किम सरकार की सामाजिक न्याय, सशक्तिकरण और कल्याण विभाग मंत्री श्रीमती तुलसी देवी रानी के साथ एक समीक्षा बैठक की सह-अध्यक्षता की। बैठक का उद्देश्य लैंगिक असमानता को समाप्त करने में केंद्र व राज्य के साझा विजन पर चर्चा करना था।
केंद्रीय मंत्री श्रीमती गांधी ने लैंगिक असमानता दूर करने में सिक्किम के उपलब्धियों की प्रशंसा की। अविवाहित महिला पेंशन योजना की प्रशंसा करते हुए श्रीमती गांधी ने कहा कि उन्होंने केंद्र स्तर पर इसी तरह की योजना का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण के आधार पर केंद्र सरकार समावेशी समाज के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। इस संबंध में श्रीमती गांधी ने केंद्र सरकार की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान सरकार की सफलतम योजनाओं में से एक है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि परेशानी और संकट के हालात से महिलाओं की रक्षा करना ही काफी नहीं है, बल्कि महिलाओं में उद्यमिता को बढ़ाने के लिए कौशल विकास को प्रोत्साहन देना भी समान रूप से आवश्यक है। उन्होंने छत्तीसगढ की बेटी बेकरी योजना का उदाहरण दिया। इस योजना में मानव तस्करी से बचाई गई महिलाओं को रोजगार दिया जाता है।
श्रीमती गांधी ने प्रस्तावित तस्करी निरोधी अधिनियम पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सिक्किम राज्य में लागू की गई सभी कल्याण योजनाओं के लिए धनराशि एक सप्ताह के अंदर निर्गत कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में दूसरे वर्किंग वुमेन हॉस्टल के निर्माण के लिए केंद्र सरकार हरसंभव मदद करेगी।
इस बैठक में सिक्किम सरकार के सामाजिक न्याय, सशक्तिकरण व कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, महिला व बाल विकास योजनाओं को लागू करने वाले अधिकारी, एनजीओ के सदस्य, स्कूली बच्चे तथा मीडियाकर्मी उपस्थित थे।