नई दिल्ली: नई दिल्ली: स्वच्छता पखवाड़े के अवसर पर संचार मंत्री श्री मनोज सिन्हा ने कहा कि बड़े विभागों जैसे डाक विभाग, टेलीकॉम और इसके सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को न केवल अपने कार्यालयों, परिसरों और कालोनियों को स्वच्छ बनाना चाहिए, अपितु हरियाली को बढ़ावा देने और भारत को स्वच्छ बनाने के लिए श्रमदान और वृक्षारोपण के माध्यम से समाज और समुदाय के लिए भी कार्य करना चाहिए। इससे स्वच्छता अभियान का स्वरूप बहुत बड़ा हो जाता है। संचार मंत्रालय में 01 से 15 जुलाई तक आयोजित स्वच्छता पखवाड़े के अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रकार के व्यापक स्तर के कार्य दूरस्थ क्षेत्रों में स्वच्छता पर जागरूकता बढ़ाने के लिए हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि डाक और बीएसएनएल नेटवर्क की व्यापक पहुंच देश के प्रत्येक कोने में है। मंत्री महोदय ने उम्मीद जताई कि देशभर में ऐसे कार्यों के फलस्वरूप नागरिकों को स्वच्छता के महत्व के बारे में बताया जाएगा और वे पूरे वर्ष ऐसे अच्छे कार्य जारी रखेंगे। श्री सिन्हा ने ध्यान दिलाया कि स्वच्छ भारत अभियान 02 अक्टूबर, 2014 को माननीय प्रधानमंत्री द्वारा आरंभ किया गया था। इसका उद्देश्य 02 अक्टूबर, 2019 को आने वाली महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर भारत को स्वच्छ और मलमुक्त बनाना था।
पखवाड़े के दौरान किये गये कार्यों का विवरण देते हुए मंत्री महोदय ने सूचित किया कि डाक विभाग, दूरसंचार विभाग (मुख्यालय) और इसके सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम जैसे भारतीय संचार उद्योग लिमिटेड (आईटीआई लिमिटेड), टेलीकॉम कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (टीसीआईएल), सेंटर फॉर डेवेलपमेंट (सी-डीओटी) और टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने स्वच्छता अभियान में भाग लिया। उन्होंने न केवल अपने कार्यालयों में सफाई की, अपितु कार्यालयों से बाहर अन्य स्थानों पर भी सफाई की। स्वच्छता में कार्यालय कक्षों, उपकरणों, पुस्तकालय, कैंटीन, मार्गों, बरामदों, शौचालयों की सफाई पर भी ध्यान केन्द्रित किया। इसमें अनुपयोगी उपकरणों सहित ई-कचरा आदि को भी निपटाया गया। इस अभियान में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के शामिल होने से स्वच्छता का स्तर काफी अच्छा रहा और यह आगे भी जारी रहेगा।
दूरसंचार विभाग (मुख्यालय) में कार्यालय परिसर के अंदर और बाहर भी सफाई की गई। इसके अतिरिक्त संचार भवन के सामने पूरे अशोक रोड़ पर भी सफाई की गई। पखवाड़े के दौरान अत्याधिक मात्रा में ई-कचरा (फोटोकॉपीयर, कंप्यूटर, प्रिंटर, फैक्स मशीन, टीवी) की नीलामी की गई और उसे निपटाया गया। कार्यालय भवन के परिसरों से अपशिष्ट पदार्थों को निपटाने के लिए और अधिक नीलामी की जाएंगी। स्वच्छता के बारे में कार्मियों को संवेदनशील बनाने के लिए विभिन्न स्थानों पर बैनर/पोस्टर लगाये गये। स्वच्छता के बारे में कार्मिकों को सोचने के लिए, प्रेरित और प्रोत्साहित करने के लिए ‘राष्ट्र निर्माण में स्वच्छता की भूमिका’ पर एक निबंध प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।
बीएसएनएल और एमटीएनएल ने अपने कार्यालय परिसरों के साथ-साथ उपकरणों, टेलीफोन एक्सचेंजों, मल्टी डिस्ट्रीब्युशन फ्रेमों (एमडीएफ) ग्राहक सेवा केन्द्रों, संचार हाटों, निरीक्षण र्क्वाटरों, आवासीय कालोनी और कार्यालय के आसपास के क्षेत्रों की भी सफाई की गई। टेलीफोन एक्सचेंजों में ई-कचरे सहित अनुपयोगी उपकरणों/फर्नीचर को निपटाने का अभियान चलाया गया। पखवाड़े के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए डाकघरों और लैटर बॉक्स पर स्वच्छता संदेश लगाये गये।
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