लखनऊ: प्रदेश के औद्योगिकीकरण तथा विकास हेतु यह आवश्यक है कि प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण तकनीकी मानव संसाधन का विकास किया जाए। इसके दृष्टिगत प्राविधिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत 3 तकनीकी विश्वविद्यालय, 14 इंजीनियरिंग कालेज 136 राजकीय पालीटेक्निक एवं 19 अनुदानित पालीटेक्निक संस्थाएं संचालित है। इसके अतिरिक्त 4 इंजीनियरिंग कालेज एवं 38 नवीन पालीटेक्निक संस्थाएं निर्माणाधीन है। विभाग द्वारा विगत एक वर्ष के कार्यकाल के दौरान प्राविधिक शिक्षा के क्षेत्र में कई नवीन पहल की गई है और महत्वपूर्ण उपलब्धियॅा भी प्राप्त की गई है।
यह जानकारी प्राविधिक शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टंडन ने आज एनेक्सी स्थित मीडिया सेंटर में प्राविधिक शिक्षा विभाग की एक वर्ष की उपलब्ध्यिां बताते हुए दी। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष निर्माणाधीन 19 राजकीय पालीटेक्निकों एवं 17 छात्रावासों का हस्तानान्तरण कर जनोपयोगी बनाया गया। तकनीकी शिक्षा को दूर दराज व असेवित क्षेत्रों तथा महिलाओं तक पहुॅचाने के संकल्प के साथ तीन सह-शिक्षण (गोरखपुर के सहजनवा तथा इलाहाबाद के बारा एवं फाफामऊ) व दो पूर्णतः महिला राजकीय पालीटेक्निकों (जनपद बस्ती एवं अलीगढ़) की स्थापना को स्वीकृति देते हुए रू0 11 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की गई है। पालीटेक्निक छात्राओं को आवासीय सुविधा प्रदान करने के लिए 15 नवीन गल्र्स हास्टल की स्थापना को मंजूरी देते हुए रू0 1043 लाख की धनराशि अवमुक्त की गई है। 19 राजकीय पालीटेक्निक संस्थाओं में पूर्व से स्थापित वर्चुअल क्लासरूम्स में 2डइचे की लीज-लाइन की सुविधा प्रदान करने के लिये 1.17 करोड़ तथा 15 अन्य राजकीय पालीटेक्निकों में नए वर्चुअल क्लासरूम्स की स्थापना हेतु रू0 82.00 लाख की धनराशि स्वीकृत की गयी । 43 राजकीय पालीटेक्निकों की तकनीकी गुणवत्ता में सुधार एवं सुदृढीकरण हेतु रू0 726.00 लाख की लागत मूल्य के 1904 कम्प्यूटरों के क्रयादेश, जेम पोर्टल के माध्यम से निर्गत किये गये है, जिनकी आपूर्ति प्रारम्भ हो गयी है।
प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि विभाग के कार्यालयों तथा संस्थाओं में उर्जा दक्ष विद्युत उपकरणों की स्थापना की योजना भारत सरकार की कम्पनी म्म्ैस् के माध्यम से प्रारम्भ की गई है। वैकल्पिक उर्जा का अधिकाधिक प्रयोग करने की सरकारी नीति के अन्तर्गत विभाग द्वारा 08 राजकीय पालीटेक्निकों मे रूफ-टाॅप सोलर फोटो-वोल्टाइक पावर प्लांट की स्थापना हेतु रू0 4 करोड़ की धनराशि प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि ए0के0टी0यू0 को अपने भवन में संचालित कराया गया, जिसका लोकार्पण दिनांक 20 जून, 2017 को मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा किया गया तथा विश्वविद्यालय के अंतर्गत एम0टेक और पी0एच0डी0 को बढ़ावा देने के लिये सेंटर फार एडवांस स्टडीज, लखनऊ एवं यू0पी0 इन्स्टीट्यूट आफ डिजाइन, नोएडा में शैक्षिक सत्र 2017-18 से शैक्षणिक कार्य प्रारम्भ किये गये।
प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि दो तकनीकी विश्वविद्यालयों एवं 14 इंजीनियरिंग कालेजों की अवस्थापना सुविधाओं के विकास हेतु पं0 दीनदयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार योजना के माध्यम से रू0 200 करोड़ की आर्थिक सहायता दिलाई गई है। जनपद कन्नौज, सोनभद्र एवं मैनपुरी में इंजीनियरिंग कालेजों के प्रथम फेज के भवनों का निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया एवं कालेजों की कक्षायें अपने-अपने परिसरों में संचालित करायी गयी हैं। प्रदेश के जनपद मिर्जापुर एवं प्रतापगढ़ में राज्य सेक्टर से 2 नये इंजीनियरिंग कालेजों की स्थापना हेतु क्रमशः रू0 8.00 करोड़ एवं 4.00 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की गयी। कालेजों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। राष्ट्रीय उच्चत्तर शिक्षा अभियान (रूसा) के अंतर्गत जनपद बस्ती एवं गोण्डा में एक-एक इंजीनियरिंग कालेज की स्थापना करायी जा रही है एवं इनके निर्माण हेतु रू0 17.26 करोड़ की धनराशि प्रति कालेज की दर से अवमुक्त की गयी है। निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि हरकोर्ट बटलर प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर के सुदृढ़ीकरण एवं विकास हेतु रूसा के अन्तर्गत रू0 55.00 करोड़ की धनराशि के सापेक्ष प्रथम किश्त के रूप में रू0 16.50 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की गयी, जिसमें राज्यांश की धनराशि रू0 3.40 करोड़ सम्मिलित कर कुल रू0 19.90 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की गयी है।
श्री टंडन ने बताया कि इनोवेशन एवं इनक्यूबेशन को बढ़ावा देने के लिये आई0आई0टी0 तथा एच0बी0टी0यू0 एवं आई0आई0टी0 तथा ए0के0टी0यू0 के मध्य एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित किये गये है। मदन मोहन मालवीय टेक्निकल यूनिवर्सिटी गोरखपुर के द्वारा राइक्यूस विश्वविद्यालय जापान, ई0एन0ई0ए0 इटली तथा स्पेन की एक यूनिवर्सिटी (न्दपअमतेपकंक ब्ंतसवे प्प्प् क्म डंकतपकद्ध के साथ एम0ओ0यू0 हो चुका है तथा एशियन इन्स्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी बैंकाक एवं वारसा मैनेजमेन्ट यूनिवर्सिटी पोलैंड के साथ एम0ओ0यू0 प्रक्रियाधीन है। उन्होंने बताया कि लोक कल्याण संकल्प पत्र में व्यक्त किए गए संकल्प को पूरा करने हेतु राजकीय पालीटेक्निकों एवं इंजीनियरिंग संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को निःशुल्क डाटा उपलब्ध कराने के लिये वाई-फाई की सुविधा स्थापित की जा रही है। अब तक 33 राजकीय पालीटेक्निको में उक्त सुविधा प्रदान कर दी गयी है तथा शेष में प्रक्रियाधीन है।
प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि पालीटेक्निक संस्थानों में सेमेस्टर सिस्टम लागू किये जाने के कारण प्रत्येक वर्ष परीक्षा सम्पन्न होने के उपरान्त निर्धारित अवधि के भीतर परीक्षाफल घोषित किया जाना चुनौतीपूर्ण कार्य हुआ करता था, जिसके कारण परीक्षाफल अत्यन्त विलम्ब से घोषित होता था। इस वर्ष विभाग द्वारा 45 दिन कीे रिकार्ड समयावधि के अन्दर परीक्षाफल घोषित किया गया। इसी प्रकार इतिहास में पहली बार 2 अक्टूबर 2017 को सभी राजकीय, अनुदानित एवं निजी पालीटेक्निकों में एक साथ दीक्षान्त समारोह आयोजित कर लगभग 45000 उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को डिप्लोमा प्रमाण-पत्र प्रदान किये गये। उन्होंने बताया कि विभाग के डिग्री एवं डिप्लोमा सेक्टर के मध्य बेहतर समन्वय एवं कार्य कुशलता हेतु महानिदेशक, प्राविधिक शिक्षा का पद सृजित किया गया है, जोे कि आई0ए0एस0 संवर्ग का है और शीघ्र तैनाती प्रस्तावित है। राजकीय इंजीनियरिंग कालेजों में शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार हेतु प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर एवं असिस्टेंट प्रोफेसर के वर्षों से रिक्त चल रहे पदों पर 280 नियमित भर्तियाॅ की गई है। एच0बी0टी0यू0 में कुलपति तथा यू0पी0टी0टी0आई0 कानपुर, राजकीय इंजीनियरिंग कालेज बाॅदा, आजमगढ़, बिजनौर, अम्बेडकरनगर, के0एन0आई0टी0 सुल्तानपुर, आई0ई0टी0 लखनऊ, यू0पी0 इन्स्टीट्यूट आफ डिजाइन नोएडा, सेन्टर फार एडवांस स्टडीज लखनऊ में नये निदेशकों की नियुक्तियाॅ की गयी हैं। डा0 अम्बेडकर इन्स्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी फार हैण्डीकैप्ड, कानपुर में निदेशक की नियुक्ति प्रक्रियाधीन है।
प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि विभाग द्वारा प्रदान की जा रही 13 सेवाओं को जनहित गारण्टी अधिनियम 2011 के अन्तर्गत अधिसूचित करते हुए, उन्हें नियमित समय के अन्तर्गत आन लाइन माध्यम से उपलब्ध कराने की व्यवस्था लागू की गई है। इन सेवाओं को आम जनमानस तक पहुॅचाने के उद्देश्य से ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल के साथ इंटीग्रेट किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राजकीय पालीटेक्निक संस्थाओं से उत्तीर्ण होने वाले छात्रों के प्लेसमंेट को बढावा देने के उद्देश्य से सभी शैक्षिक संस्थाओं में टेªनिग एण्ड प्लेसमेंट आफिसर नामित किये गये है। प्रमुख शहरों की 10 पालीटेक्निक संस्थाओं मे रीजनल प्लेसमंेट सेल तथा संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद, लखनऊ में एक केन्द्रीय प्लेसमेंट सेल की स्थापना की गई है। इसके माध्यम से रोजगार हेतु छात्रों को साफ्ट स्किल, इन्टरप्रन्योरशिप एवं पर्सनालिटी डेवपलमेन्ट का प्रशिक्षण देते हुुये अधिकाधिक प्लेसमेन्ट का प्रयास किया जायेगा। लखनऊ, नोएडा एवं गोरखपुर शहरों में रोजगार मेलों तथा विभिन्न संस्थाओं के स्तर पर अयोजित कैम्पस साक्षात्कार के माध्यम से 12,416 छात्र/छात्राओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया।
प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्राविधिक शिक्षा के विस्तार एवं सेवायोजन/स्वरोजगार के अवसर सुलभ कराने हेतु निजी क्षेत्र में डिप्लोमा इन फार्मेसी के नये पाठ्यक्रमों के संचालन हेतु 266 संस्थाओं एवं डिप्लोमा इन इंजीनियंिरग पाठ्यक्रमों के संचालन हेतु 25 नई संस्थाओं को तथा बी0 फार्मा पाठ्यक्रम संचालन हेतु 50 नये फार्मेसी कालेज खोलने हेतु राज्य सरकार द्वारा अनापत्ति प्रदान की गयी है। आधुनिक औद्योगिक आवश्यकताओं के अनुरूप गुणवत्तापरक पाठ्यक्रमों के विकास पर फोकस करते हुए 6 लोकप्रिय डिप्लोमा पाठ्यक्रमों को पाठ्यक्रमों को नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (छैफथ्) माडल पर विकसित किया जा रहा है। विभाग द्वारा खनन अभियंत्रण, टेक्साइल इंजीनियरिंग तथा उर्जा संरक्षण पर नवीन डिप्लोमा पाठ्यक्रमों को विकसित करते हुए लागू किए जाने की कार्यवाही की जा रही है। खनन अभियंत्रण में पाठ्यक्रम को इस वर्ष राजकीय पालीटेक्निक झांसी मंें प्रारम्भ किए जाने का अनुमोदन दिया गया है।
श्री टंडन ने बतया कि उत्तर प्रदेश निजी प्राविधिक शैक्षणिक संस्था (प्रवेश का विनियमन और फीस का नियतन) विनियमावली 2015 के अन्तर्गत शैक्षिक सत्र 2017-18 में निजी तकनीकी शिक्षण संस्थाओं हेतु मानक शुल्क ;ैजंदकंतक थ्ममेद्ध निर्धारित करने के उपरान्त आपत्तियाॅ प्राप्त करते हुये कुल 592 संस्थाओं का शुल्क अन्तिम रूप से निर्धारित किया गया। उन्होंने बताया कि ‘सक्षम बालिका-सम्पन्न परिवार योजना’ के अन्तर्गत डिप्लोमा सेक्टर में वर्ष 2017-18 में 2256 मेधावी छात्राओं को रू0 10-10 हजार की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गयी। प्रदेश में पहली बार ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के अनुक्रम में राज्य प्रवेश परीक्षा-2017 के माध्यम से तकनीकी/प्रबन्धन/फार्र्मेसी पाठ्यक्रमों में प्रवेशित 100 टाॅप मेधावी छात्राओं को टेबलेट प्रदान किया गया। पाठ्यक्रमवार, प्रदेश स्तरीय मेरिट सूची में पालीटेक्निकों के अन्तिम वर्ष में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले 221 मेधावी छात्र/छात्राओं को क्रमशः 10 हजार, 9 हजार व 8 हजार प्रोत्साहन धनराशि प्रदान की गयी। छात्रों की समस्याओं के निराकरण के लिये ए0के0टीयू0 लखनऊ में स्टूडेन्ट सर्विस एप का शुभारम्भ किया गया है, जिससे छात्र/छात्राओं को घर बैठे सभी प्रकार के प्रमाण-पत्र प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध हुयी। पालीटेक्निक प्रवेश परीक्षा को शुचितापूर्वक सम्पन्न कराने के लिए प्रश्न पुुस्तिकाओं में ैम्।स् टेक्नोलाजी का प्रयोग किया जा रहा है ताकि सभी परीक्षार्थियों को अलग-अलग प्रश्न पत्र सेट प्राप्त हो।