काश रेल मंत्रालय ने सचिन तेंदुलकर की बात मानी होती, तो एल्फिंस्टोन रोड स्टेशन पर दर्दनाक घटना नहीं घटती। दरअसल, पिछले साल मानसून सत्र में सचिन ने राज्य सभा में मुंबई के लोकल स्टेशन की बदहाली को लेकर चिंता जताई थी। सांसद सचिन ने लोकल स्टेशन की मरम्मत के लिए सरकार से मदद की गुहार लगाई थी। लेकिन रेल मंत्रालय के कानों पर जूं तक न रेंगी। नतीजतन, 29 सितंबर को 22 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी जबकि 30 लोग बुरी तरह से जख्मी हुए।
@sachin_rt ’s proposal could have prevented 22 people lives in the horrific #ElphinstoneStampede #MumbaiStampede
Question No : 3089 #RajyaSabha See This 👇 pic.twitter.com/cXI82ng87f— Sachinist.com (@Sachinist) October 1, 2017
ट्विटर पर वायरल हो रही इस तस्वीर में सचिन के वही दस्तावेज हैं, जिसमें उन्होंने रेल मंत्रालय से सवाल किया था। इसमें सचिन ने पूछा है, ” मुझे इस बात की जानकारी दी जाय कि प्लेटफॉर्म की मरम्मत का काम कहां तक पहुंचा है? किन स्टेशनों की मरम्मत हुई है और इसको खत्म करने में कितना अवधि लगा? क्या रेलवे को इस बात की जानकारी है कि लोवर परेल, बांद्रा जैसी भीड़ भाड़ इलाकों में सिर्फ एक ही ब्रिज मौजूद है ?
सचिन के इस सवाल पर रेल राज्य मंत्री राजेन गोहैन का भी जवाब आया। उन्होंने बताया , ” कुल 62 स्टेशनों पर काम की प्रक्रिया शुरू हुई थी जिसमें 44 स्टेशनों पर काम खत्म हो गया। बाकी के प्लेटफॉर्म की मरम्मत हम जून 2017 तक खत्म कर देंगे। कांदिवली, विरार, भयंदर, एल्फिंस्टोन रोड और खार रोड स्टेशनों पर ब्रिज बनाने का आवेदन स्वीकृत है। हमलोग नियमित तौर पर इसका निरक्षण कर रहे हैं।”
राजेन गोहैन ने बड़ी आसानी से सचिन के सवालों पर अपना पलड़ा झाड़ लिया। लेकिन इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ा। जैसा कि रेल राज्य मंत्री ने ऊपर अपने जवाब में कहा है कि सारे जगहों पर ब्रिज का काम भी पूरी हो चुका है। लेकिन इस तस्वीर को देखकर रेल मंत्रालय की अनदेखी का अंदाजा लगाया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ अब तक 22 लोगों की जानें जा चुकी है।