देहरादून: मुख्य सचिव एस.रामास्वामी ने सचिवालय मे चारधाम परियोजना (ऑल वेदर रोड्स) के प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने सख्त लहजे में कहा की सभी संबंधित अधिकारी आपस में समन्वय से कार्य करें। जिलाधिकारी प्रत्येक सोमवार को बैठक कर कार्य की प्रगति से शासन को अवगत कराएं। शासन स्तर पर भी अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश प्रत्येक शनिवार को समीक्षा बैठक कर रहे हैं। वर्ष 2019-20 तक चारधाम परियोजना को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। सितंबर 2017 भू-अधिग्रहण और वन भूमि हस्तांतरण का टाइम फ्रेम तय किया गया है।
बैठक में बताया गया कि 11,700 करोड रुपए की लागत से 889 किमी बनने वाली ऑल वेदर रोड्स का निर्माण समय से पूरा करने के लिए उच्च स्तर पर लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। परियोजना के तहत ऋषिकेश-रुद्रप्रयाग मार्ग(140 किमी), रुद्रप्रयाग-माणा(160 किमी), ऋषिकेश-धरासू (144 किमी), धरासू-गंगोत्री(124 किमी), धरासू-यमुनोत्री(95 किमी), रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड(76 किमी), टनकपुर-पिथौरागढ़ मार्ग(150 किमी) है। इसी परियोजना में दो सुरंग(चंबा और राड़ी टाप), 15 बड़े पुल, 101 छोटे पुर, 3596 कलवर्ट, 29 भूस्खलन जोन की सुरक्षा और प्रत्येक 13-50 किमी पर सड़क किनारे जन सुविधाएं उपलब्ध होगी। बैठक में सभी सात पैकेज की अलग-अलग समीक्षा की गई। भूमि अधिग्रहण और वन भूमि हस्तांतरण के लिए विभिन्न प्रक्रियाओं की टाइम लाइन तय की गई।
बैठक में अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, सचिव राजस्व हरवंश सिंह चुघ, सचिव वन अरविंद सिंह ह्यांकी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।