देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने देश का वित्तीय बजट पेश होने के बाद सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि गांव, किसान, महिलाओं के विकास एवं स्वास्थ्य सुविधाओं पर केन्द्रित बजट पेश किया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली को देश के लिए बेहतरीन बजट देने पर बधाई दी।
मुख्यमत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि आथर््िाक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को लाभ पहुचाने वाला बजट पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि इस बजट से राज्य की कलस्टर बेस कृषि की परिकल्पना पर मुहर लगी है। उन्होंने कहा कि कलस्टर बेस्ड खेती को बढ़ावा देकर कृषि में पैदावार मजबूत कर किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में डेढ़ गुना वृद्धि की गई है, इससे किसानों की आय दुगुनी करने का रास्ता आसान होगा। संगंध पौधों और आॅर्गनिक खेती के जरिये ग्रामीण खेती और किसानों के जीवन स्तर में सुधार होगा। 10 करोड़ परिवारों(लगभग 50 करोड़ लोगों)े को स्वास्थ्य बीमा के लाभ से आच्छादित करने का प्रयत्न किया गया है। 03 लोक सभा क्षेत्रों में एक मेडिकल काॅलेज बनाने का लक्ष्य रखा गया है, इससे जीवन स्तर सुविधाजनक एवं उच्च स्तर का होगा। कर्मचारियों के ई.पी.एफ में 12 प्रतिशत का योगदान सरकार देगी। उन्होंने कहा कि भारतमाला योजना के तहत प्रदेश को सड़कों के लिए 13 हजार करोड़ रूपये की स्वीकृति मिली है। 400 किमी की सड़कों के चैड़ीकरण की सेना ने डिमांड की है जिसके लिए भारतमाला योजना के तहत केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना से 04 करोड़ गरीब घरों को मुफ्त बिजली कनेक्शन से जोड़ा जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत 06 करोड़ टाॅयलेट बनाये गए हैं। इस वर्ष 02 करोड़ नए शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया है। 2022 तक हर गरीब को घर देने का लक्ष्य रखा गया है।