नई दिल्लीः संस्कृति (स्वतंत्र प्रभार), और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री डा. महेश शर्मा ने कहा है कि भारत सरकार अंतर्राष्ट्रीय स्मारक एवं स्थल परिषद (आईसीओएमओएस) की गतिविधियों में सहायता करने के प्रति वचनबद्ध है। डा. शर्मा 15 दिसम्बर, 2017 को नई दिल्ली में आईसीओएमओएस इंटरनेशलन की 19वीं त्रैवार्षिक सामान्य बैठक के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आईसीओएमओएस विशेषज्ञों का एक वैश्विक संगठन है जो सांस्कृतिक विरासत की भावी नीति के विकास और समीक्षा पर ध्यान केन्द्रित करता है।
डा शर्मा ने अपने भाषण में सजीव सांस्कृतिक धरोहर की संरक्षा और प्रबंधन में समुदायों की भागीदारी पर बल दिया। उन्होंने आई सी ओ एम ओ एस को विश्वास दिलाया की भारत उसकी गतिविधियों धरोहर संरक्षण एवं प्रबंधन के प्रयासों में पूरी सहायता देना जारी रखेगा।
आईसीओएमओएस की भारतीय राष्ट्रीय समिति ने 11 से 15 दिसम्बर, 2017 तक इस संगठन की आम सभा का आयोजन किया। भारत में पहली बार आयोजित इस बैठक में 80 देशों से करीब 900 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
धरोहर और लोकतंत्र संबंधी दिल्ली घोषणा’ सम्मेलन में पारित की गई, जिसमें विरासत की सरंक्षा में जनभागीदारी का महत्व उजागर किया गया। डा शर्मा ने मिस्र के प्रोफेसर सालेह लामेई को आईसीओएमओएस की 19वीं आम बैठक का गज़ोला पुरस्कार प्रदान किया।