नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज युवा पुलिस अधिकारियों से कहा कि साइबर दुनिया के ज़रिए आतंक के उभरते खतरों से निपटने के लिए वह खुद को तैयार रखें। हैदराबाद में सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में भारतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षुओं की पासिंग आउट परेड समारोह को संबोधित करते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूरी दुनिया आज आतंकवाद और अतिवाद से जूझ रही है। आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठन इंटरनेट के जरिए घृणा फैलाने के काम में लगे हैं। हम भी इस खतरे से अछूते नहीं है।
गृह मंत्री ने मौजूदा खतरों से सफलतापूर्वक निपटने के लिए खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के कामकाज पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश के सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री सिंह ने कहा कि हम जानते हैं कि राज्य पुलिस बल को केंद्र से मदद की जरूरत पड़ती है इसलिए भविष्य में जब भी आवश्यकता होगी केंद्र हरसंभव मदद करेगा। गृह मंत्री ने कहा कि पुलिस के आधुनिकीकरण की आवश्यकता है। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने पिछले महीने पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए 25 हजार करोड़ रुपए के पैकेज को मंजूरी दी है।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमें आतंकवाद और अतिवाद जैसी समस्याओं का स्थाई समाधान ढूढ़ने की जरूरत है। इस दिशा में सरकार काम कर रही है। अगले 5 वर्षों में हमें देश से आतंकवाद, अतिवाद औऱ संप्रदायवाद को खत्म करना है।
श्री राजनाथ सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्रालय कल्याण कोष से सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी को 5 करोड़ रुपए अनुदान देने की भी घोषणा की
इस अवसर पर सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी के निदेशक श्री डीआर डोले बर्मन, नेपाल पुलिस अकादमी के कार्यकारी निदेशक, रॉयल भूटान पुलिस के कर्नल रिनज़िन दोरजी, मालदीव पुलिस बल के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री अली सुजाउ और कई सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।