लखनऊ: वूमेन पावर लाइन 1090 में दिनांक 03.08.2017 को लखनऊ निवासी एक महिला प्रिया सिंह (काल्पनिक नाम) के द्वारा 1090 काल कर शिकायत दर्ज करायी कि, दिनांक 02.08.2017 को सांय लगभग 09ः00 बजे जब वह अपनी कार से अपने आॅफिस से अपने घर अलीगंज जा रही थी, तो रास्ते मंे मोटर साइकिल सवार एक व्यक्ति ताज होटल के पास से लगातार उसके समानान्तर गाड़ी चलाकर, लगातार उसे घूर रहा था, तथा वह अपनी मोटर साइकिल आगे-पीछे कर रहा था। मोटर साइकिल का नं0-यू0पी0 62, जेड 3047, है, तथा उसने निशातगंज पुल पर उसकी गाड़ी के सामने खड़ी करके उसे घूरने लगा, जिससे वह काफी डर गयी। किसी तरह उसने वहां से निकलकर अपनी गाड़ी कपूरथला स्थित पुलिस पिकेट के पास रोकी तो वह लड़का वहां से भाग गया।
पूरे मामले की गम्भीरता से छान-बीन की गयी तो, अजय सिंह उम्र लगभग 30 वर्ष पुत्र स्व0 कृष्ण मोहन सिंह, निवासी- सी-2, भीकमपुर, पेपरमिल कालोनी के पीछे महानगर लखनऊ को पकड़ा गया, अजय सिंह कुसुम प्लाजा, निशातगंज महानगर में प्राइवेट कोचिंग संचालित करता है, का नाम प्रकाश में आया, 1090 की टीम द्वारा जब अजय सिंह से पूछ-ताछ की गयी तो ज्ञात हुआ कि प्रिया सिंह का पीछा अजय सिंह के द्वारा ही किया जा रहा था, तथा पूछ-ताछ में अजय सिंह ने इसको स्वीकार भी किया, प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए अग्रिम विधिक कार्यवाही हेतु प्रकरण को थाना -गोमती नगर, जनपद-लखनऊ को आन्तरित किया गया, तथा थाना -गोमती नगर, जनपद-लखनऊ मु0अ0सं0-1103/17 धारा-354 डी, पंजीकृत कर अजय ंिसह को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
कार्यवाही का विवरण:- शिकायत की गम्भीरता को देखते हुए वूमेन पावर लाइन की टीम द्वारा यू0पी0 पुलिस के ट्रैफिक एप्प/ए0आर0टी0ओ0 के माध्यम से गहन छानबीन की गयी तो ज्ञात हुआ कि मोटर साइकिल न0-यू0पी0 62, जेड 3047, संजीव कुमार पुत्र रामजी उपाध्याय निवासी – सहनवा, थाना- बक्सा जनपद-जौनपुर के पते पर दर्ज है। वूमेन पावर लाइन की टीम द्वारा उक्त पते की तस्दीक के लिए थाना-बक्सा, जनपर जौनपुर से सम्पर्क किया गया, थाना-बक्सा जौनपुर द्वारा तुरन्त सहयोग करते हुए संजीव कुमार को पकड़ा, तथा संजीव कुमार की बात वूमेन पावर लाइन की टीम से कराई तो पूछ-ताछ में संजीव कुमार द्वारा बताया गया कि उक्त गाड़ी वह जौनपुर निवासी, चन्दर सिंह को दी है। 1090 टीम द्वारा जब चन्दर सिंह से सम्पर्क किया गया तो ज्ञात हुआ कि चन्दर सिंह ने गाड़ी अपने साले अरूण सिंह निवासी लखनऊ को दी है। 1090 की टीम द्वारा जब अरूण सिंह से पूछ-ताछ की गयी तो ज्ञात हुआ कि उक्त गाड़ी दिनांक 02.08.2017 का प्रयोग सांय लगभग 09ः00 बजे को मेरा भाई अजय सिंह कर रहा था।
उपरोक्त प्रकरण में टीम 1090 द्वारा अत्यन्त संवेदनशीलता एवं तत्परता का परिचय देते हुए न केवल प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करायी गयी बल्कि वूमेन पावर लाइन से लगातार सम्पर्क में रहने के कारण पीड़िता का मनोबल तथा पुलिस व्यवस्था के प्रति भरोसा बना रहा। तभी समय रहते यह कार्यवाही इतनी प्रभावी ढंग से सुनिश्चित हो पायी ।