लखनऊ: विश्व के विशालतम् और स्वयं में अद्भुत कुम्भ पर्व को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर और प्रभावी एवं व्यापक बनाने के लिए वर्ष 2019 में आयोजित होने वाले कुम्भ मेले में कुछ विशिष्टताओं का समावेश किया जायेगा। यह जानकारी देते हुए प्रमुख सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने अवगत कराया कि 2019 के कुम्भ आयोजन के लिए एक टैगलाइन ‘‘सर्वसिद्धिप्रदः कुम्भः’’ निर्धारित की गई है। टैगलाइन की व्यवस्था करते हुए उन्होंने बताया कि इसका अर्थ है ‘‘कुम्भ समस्त सिद्धियों का प्रदाता है‘‘।
प्रमुख सचिव ने अवगत कराया कि कुम्भ के नामकरण तथा प्रतीक चिन्ह पर भी विशेष निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि मेले की महानता एवं विराटता को देखते हुए ‘अर्द्धकुम्भ’ एवं ‘कुम्भ’ के स्थान पर इसे अब ‘कुम्भ’ एवं ‘महाकुम्भ’’ नाम दिया गया है तथा आगे इन्हीं नामों से इसको प्रचारित भी किया जायेगा।
कुम्भ मेला-2019 के लिए स्वीकृत हुए प्रतीक चिन्ह के बारे में जानकारी देते हुए प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रतीक चिन्ह (लोगो) में ‘‘स्वास्तिक’’ के साथ गंगा एवं यमुना के चित्रण पर ‘कुम्भ’ की स्थापना को दर्शाया गया है, जिससे कुम्भ के विराट स्वरूप का आभास हो सके।
प्रमुख सचिव ने इस विषय पर एक कार्यालय ज्ञाप जारी कर कहा है कि कुम्भ के स्वीकृत प्रतीक चिन्ह का प्रयोग भी तत्काल समस्त राजकीय पत्रों, राजकीय लेटर हेड तथा प्रचार-प्रसार सामग्री में सभी विभागों द्वारा अनिवार्य रूप से किया जायेगा।