लखनऊ: सशस्त्र सीमा बल, सीमान्त लखनऊ ने बल के 30 अधीनस्थ अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए “पूछताछ-कार्यप्रणाली और कौशल” पर कार्यशाला आयोजित की। श्रीमती, अर्चना रामासुंदरम, भा0पु0से0, महानिदेशक, सशस्त्र सीमा बल के द्वारा इस कार्यशाला का उद्घाटन किया गया, जिससे कि सशस्त्र सीमा बल के अधिकारी जो कि सीमा पर तैनात है, उनके कौशल को बढ़ाया जा सके।
श्री आलोक शर्मा, भा0पु0से0 (यूपी कैडर) महानिरीक्षक सीमान्त लखनऊ ने स्वागत भाषण दिया और अधिकारियों को पूछताछ की कार्यप्रणाली और कौशल सीखने के लिए प्रेरित किया, जिससे की खुली सीमा पर अधिकारी पूरी तरह से अपने ड्यूटी का निर्वहन कर सके और अपने कौशल को सुधार सके।
महानिदेशक, एस0एस0बी0 ने उदघाटन भाषण में, बेहतर आसूचना विकसित करने के साथ-साथ पेशेवर ज्ञान एवं पूछ-ताछ कौशल में सुधार करने की आवश्यकता पर बल दिया। इसके अतिरिक्त उन्होनें एस0एस0बी0 को सही कागजी कार्यवाही सीखने के लिए प्रेरित किया, जिससे प्रभावी ढंग से निहित कानूनी शक्तियों का उपयोग करके सीमा पर अपराध नियंत्रित किया जा सके । महानिदेशक, महोदया ने आशा व्यक्त की आप सभी इस कार्यशाला में अर्जित हुए ज्ञान से द्वारा सीमा सुरक्षा के साथ-साथ कुशल सीमा प्रबंधन भी करेगें।
डॉ जी0 के0 गोस्वामी, भा0पु0से0, उपमहानिरीक्षक, केन्द्रीय जाँच ब्युरो, लखनऊ और उनकी टीम ने यह भी बताया कि कैसे अलग-अलग तरीकों और कौशल से गिरफ्तार अपराधी से तर्क-विर्तक करके पूछ-ताछ से कैसे जानकारी प्राप्त की जाती हैं। इसके अलावा श्री अमित पाठक, भा0पु0से0,वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक, एस0टी0एफ0, लखनऊ और उनकी टीम ने पूछताछ की विभिन्न पद्धियों पर व्याख्यान दिये।
तदोउपरान्त, महानिदेशक, एस0एस0बी0, श्रीमती अर्चना रामासुंदरम ने 415 सेपरेट फैमिली अवासों के विकास कार्य का निरीक्षण किया, जो शहीदपथ पर गोमती नगर लखनऊ में जवानों के लिए बनाया जा रहा हैं।
महानिदेशक, एस0एस0बी0 ने उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री, श्री आदित्यानाथ योगी जी से भी शिष्टाचार भेंट की । महानिदेशक महोदया ने एस0एस0बी0 के प्रशिक्षण केंद्र व कार्यालय के लिए गोरखपुर में सरकारी भूमि उपलब्ध कराने हेतु अनुरोध किया।
इस मौके पर श्री डी0 एस0 चौहान, भा0पु0से0, उपमहानिरीक्षक, एस0एस0बी0 सीमान्त लखनऊ, श्री यू0 पी0 बलोदी, उपमहानिरीक्षक, क्षेत्रीय मुख्यालय लखीमपुर खीरी, एवं श्री रंजीत सिंह, उपमहानिरीक्षक, क्षेत्रीय मुख्यालय गोरखपुर एवं डॉ वी0 जे0 वर्मा, बलाधिकारी (प्रशिक्षण) उपस्थित थें।