देहरादून: सहकारिता आन्दोलन को जन-जन तक पंहुचाने के उद्देश्य से राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार उच्च शिक्षा, सहकारिता एवं दुग्ध विकास प्रोटोकाॅल मंत्री उत्तराखण्ड सरकार डाॅ धन सिंह रावत की अध्यक्षता में एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट एवं मा विधायकगणों की गरिमामय उपस्थिति में राज्य स्तरीय सहकारिता सम्मेलन का आयोजन सहकारिता भवन प्रशिक्षण केन्द्र राजपुर में आयोजित किया गया। सम्मेलन में प्रदेश में सहकारिता के माध्यम से कृषकों की समस्याओं के समाधान एवं पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन को रोकने के सम्बन्ध में परिचर्चा की गयी।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए राज्यमंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि हम प्रदेश में सहकारिता को सुदृढ एवं सुव्यवस्थित करने के लिए कई ठोस योजनाएं तैयार की जा रही हैं, जिसमें सभी जनप्रतिनिधियों की सहभागिता एवं सहयोग की आवश्यकता है, जिससे की सहकारिता को एक आन्दोलन के रूप में गांव-2 तक पंहुचाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होने कहा कि इसमें जो भी सहकारिता समितियां कार्य कर रही हैं, उनको सुदृढ एवं आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होने कहा कि हम 13 मई से 20 मई 2017 के बीच अन्तर्राज्य सम्मेलन का आयोजन स्थानीय परेड ग्राउण्ड पर किया जायेगा, जिसमें मा कृषि मंत्री एवं मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार के मार्गदर्शन में आयोजित किया जायेगा, सम्मेलन में प्रदेश के सभी मा0 सांसदांे, मंत्रीगणों एवं विधायकगणों को आमंत्रित किया जायेगा। उन्होने कहा कि गांव-2 में सहकारिता समितियों से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे कि गांव में रोजगार के अवसर सृजित होगें तथा गांव से पलायन रूकेगा इसके लिए सहकारिता समितियों को 20 पैट्रोल पम्प तथा 25 गैस एजेंसियां समिति के माध्यम से संचालित करने का लक्ष्य रखा गया है तथा जिन क्षेत्रों में बैंक शाखाए नही है ऐसे क्षेत्रों में 50 बैंक शाखाए खोलने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे स्थानीय लोगों को ही नियुक्त किया जायेगा।
उन्होने कहा कि सहकारिता सचिवों की नियमावली तैयार की जायेगी, जिसमें 40 प्रतिशत् लोगों को पदोन्नति का लक्ष्य रखा गया है तथा 60 प्रतिशत् पद सीधी भर्ती से भरे जायेगें। उन्होने यह भी कहा कि गरीबों के कल्याण के लिए दीन दयाल उपाध्याय जनशताब्दी वर्ष का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसके माध्यम से गरीबों के लिए कई योजनाएं संचालित की जायेंगी। उन्होने कहा पलायन को रोकने के लिए मा मुख्यमंत्री द्वारा समिति का गठन किया गया है जिसके अध्यक्ष मा सतपाल महाराज है तथा वह स्वंय समिति के सदस्य है, समिति द्वारा सभी विधायकों के सुझाव प्राप्त किये जायेंगे। उन्होने कहा कि प्रदेश में दुग्ध संघों को सक्रिय करने के लिए कार्य किया जा रहा है, जिसमें एक सप्ताह के अन्तर्गत तीन हजार लीटर दुग्ध का अधिक कारोबार किया गया है। उन्होने कहा है कि सहकारिता समितियों को और अधिक मजबूत करने के लिए भारत सरकार द्वारा नाबार्ड के माध्यम से 500 करोड़ रू0 देने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होने कहा कि हमारा उद्देश्य एवं लक्ष्य है कि 1 वर्ष में सहकारिता के माध्यम से 70 हजार युवाओं एवं युवतियों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष भाजपा अजय भट्ट ने हा कि काॅ-आपरेटिव का लक्ष्य है कि एक-दूसरे को सहयोग करें एवं यह एक बहुत बड़ा सैक्टर है जिसमें सभी को आपसी सामंजस्य के साथ कार्य करते हुए संगठन को मजबूत करना है। उन्होने कहा कि हमे सहकारिता के माध्यम से गांव से हो रहे पलायन को रोकना है तथा स्थानीय लोगों को ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने है।
इस अवसर पर विधायक बिशन सिंह चुफाल, नवीन चन्द दुमका, संजीव आर्य, गजराज सिंह बिष्ट, हयात सिंह माहरा, दान सिंह रावत, प्रदेश महामंत्री भाजपा नरेश बंसल सहित 13 जनपदों से आये सभी सदस्यगणों द्वारा अपने-2 विचार एवं सुझाव सम्मेलन में रखे गये। बैठक में सभी जनपदों के सहकारिता समिति के सदस्य उपस्थित थे।