सितारगंज: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत सितारगंज, उधमसिंह नगर में बारह राणा स्मारक समिति के वार्षिकोत्सव में सम्मिलित हुए। इस अववर पर उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप देश के ऐसे सेनानी एवं राजा हुये है जिन्होंने विदेशी सत्ता के खिलाफ अपनी आन, बान, शान एवं देशभक्ति की अमिट छाप छोडी। महाराना प्रताप की बीरगाथायें एवं देश भक्ति सभी के लिए प्रेरणा के श्रोत है ।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि महाराणा प्रताप का जन्म सन् 1540 में हुआ वह मात्र 57 वर्ष की उम्र तक जीवित रहे। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप के विशाल व्यक्तित्व, देश भक्ति के जज्वे व वीरगाथाओं को सुनकर आज भी भुजाएं जोश से फडक उठती है। उन्होने कहा महाराणा प्रताप ऐसे वीर योद्धा थे जिन्होने विदेशी आक्रमणकारियों की अधीनता स्वीकार नही की तथा अपनी आन, बान, शान व देश भक्ति को बरकारार रखने के लिये आजन्म दुश्मनो से लोहा लेते रहे। उन्होने देश की रक्षा के लिये सोने की थाली का भोजन,कोमल विस्तर को त्यागकर जंगलोे में रहकर घास की रोटियां खाकर जीवन बिताया किन्तु विदेशियों के आगे शिर नही झुकाये। श्री रावत ने कहा उनके वंशज आज भी हजारों की संख्या में तराई में वास करते हुये महाराणा प्रताप की देश भक्ति की परम्परा को निभा रहे है। उन्होने राणा प्रताप के वीर वंशजो को नमन व प्रणाम किया। उन्होने कहा हल्दी घाटी के प्रसंग की याद आते ही महाराणा प्रताप के वीर घोडा चेतक की याद भी स्वाभाविक रूप से आ जाती है। जिसने अपने स्वामी के प्रति समर्पित होकर राणा प्रताप को दुश्मनो के चंगुल से छुडाकर स्वंय वीरगति को प्राप्त हो गया। उन्होने कहा राणा प्रताप पशुओं के प्रति अगाद प्रेम रखते थे।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री रावत ने बारह राणा स्मारक समिति के प्रवेश द्वार पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की चेतक पर सवार पीतल से निर्मित भव्य प्रतिमा पर श्रद्धांसुमन अर्पित किये। उन्होंने कहा यह प्रतिमा राणा प्रताप के विशाल व्यक्तित्व की गाथा उजागर कर रही है। तदुपरांत श्री रावत ने लिंगनाथ मन्दिर के दर्शन के बाद मां सरस्वती एवं बारह राणा स्मारक के संस्थापक बाला साहब के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
बारह राणा स्मारक समिति के अध्यक्ष श्रीपाल राणा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होने स्मारक के स्थापना एवं महाराणा प्रताप के जीवन गाथा पर विस्तार से प्रकाश डाला। सेवा प्रकल्प संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पाण्डे ने वनवासी जनजाति समाज का गौरवशाली इतिहास की जानकारी दी। स्मारक समिति की ओर से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। कार्यक्रम के उपरान्त मुख्यमंत्री श्री रावत बारह राणा स्मारक छात्रावास के छात्रों से भी मुलाकात किये।