बीआई के विशेष न्यायाधीश रहे बी.एच. लोया की कथित संदिग्ध हालात में मौत को लेकर उठ रहे सवालों के बीच उनके बेटे अनुज लोया ने कहा है कि उनके परिवार को किसी के खिलाफ कोई संदेह नहीं है। उन्होंने नेताओं और गैर सरकारी संगठनों से अपील की कि वे उनके पिता की मौत को लेकर उनके परिवार को परेशान न करें।
अनुज ने अपने पिता की कथित संदिग्ध हालात में मौत को लेकर पहली बार रविवार को संवाददाता सम्मेलन किया। इसमें आंखों में आंसू लिए अनुज ने कहा, अपने पिता की मौत को लेकर हमें कोई संदेह नहीं है। उनकी मौत के तुरंत बाद हम सदमे में थे। तब हमें संदेह था, लेकिन अब यह दूर हो चुका है। हमारा किसी पर कोई आरोप नहीं है।
उन्होंने अनुरोध किया कि इस मामले को लेकर उनके परिवार को परेशान नहीं किया जाए। अनुज ने कहा, मेरा परिवार अब इस सदमे से उबरना चाहता है, लेकिन इसको लेकर होने वाली चर्चाओं से हमें तकलीफ होती है। मेरी मीडिया से अपील है कि हमें परेशान नहीं किया जाए और हमें संकट में न डाला जाए।
क्या जस्टिस लोया की मौत के मामले की जांच कराई जानी चाहिए, यह सवाल पूछने पर अनुज ने कहा, मुझे किसी पर संदेह नहीं है। ऐसे में जांच की बात ही नहीं आती। गौरतलब है कि अनुज ने संवाददाता सम्मेलन ऐसे वक्त की है, जिससे पहले शुक्रवार को जस्टिस लोया और अन्य मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीशों ने प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ सरेआम आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि प्रधान न्यायाधीश मनमाने तरीके से न्यायाधीशों के पास मामले भेज रहे हैं।
अनुज के वकील ने कहा, इस मामले को किसी भी तरह के विवाद में न घसीटा जाए। इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाए। किसी को कोई संदेह न रहे, इसलिए अनुज मीडिया के सामने आए हैं।
जस्टिस लोया की 2014 में हुई थी मौत
जस्टिस बी.एच. लोया की 1 दिसंबर 2014 को संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी. उनकी मौत का कारण दिल का दौरा बताया गया था। उस समय वह सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले की सुनवाई कर रहे थे। उनकी मौत का मामला चर्चा में आने के बाद बॉम्बे हाई कोर्ट लॉयर्स एसोसिएशन ने जांच की मांग की और 1 जनवरी 2018 को हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की। इस मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। (Live हिन्दुस्तान )