केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने प्रथमा यू.पी. ग्रामीण बैंक, कोटकादर शाखा, बिजनौर, उत्तर प्रदेश के शाखा प्रबंधक तथा उसके सहयोगी निजी व्यक्ति सहित दो आरोपियों को उस समय गिरफ्तार किया जब वे शिकायतकर्ता से मांगी गई 60,000 रु. की रिश्वत राशि की पहली किस्त के रूप में 30,000 रु. की रिश्वत की मांग एवं स्वीकार कर रहे थेl
सीबीआई ने आरोपी शाखा प्रबंधक, प्रथमा यू.पी. ग्रामीण बैंक, कोटकादर शाखा, बिजनौर (यू.पी.) के विरुद्ध एक शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया, जिसमें आरोप है कि आरोपी ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) योजना के अंतर्गत 6 लाख रु. का ऋण स्वीकृत करने के लिए शिकायतकर्ता से 60,000 रु. की अवैध रिश्वत की मांग की थी।
सीबीआई ने जाल बिछाया एवं आरोपी (लोक सेवक) एवं उसके सहयोगी (निजी व्यक्ति) को शिकायतकर्ता से 30,000 रु. की रिश्वत मांगते और स्वीकार करने के दौरान रंगे हाथों पकड़ा (रिश्वत राशि 60,000 रु. की पहली किस्त थी)।
बिजनौर (उत्तर प्रदेश) में दोनों आरोपियों के आवासीय परिसरों की तलाशी ली जा रही है, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज/सामग्री बरामद की गई है।
गिरफ्तार आरोपियों को सीबीआई मामलों के विशेष न्यायाधीश की अदालत, गाजियाबाद में पेश किया जाएगा।
इस मामले में जांच जारी है।